विभाग हुआ सख्त, तो वसूल हुए 43.20 लाख
विद्युत विभाग के हजारीबाग प्रमंडल में बकाए बिजली बिल जमा करने के दौ
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : विद्युत विभाग के हजारीबाग प्रमंडल में बकाए बिजली बिल जमा करने के दौरान प्रज्ञा केंद्र संचालकों के द्वारा गबन किए गए करीब 1.20 करोड़ की राशि का वसूली प्रारंभ कर दी गई है। विभाग के सख्त रूख अपनाने के बाद प्रज्ञा केंद्र संचालकों ने कार्रवाई से बचने के लिए राशि विभाग के खाते में जमा करना प्रारंभ कर दिया है। यह जानकारी कार्यपालक विद्युत अभियंता पंचानन सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि झारखंड राज्य बिजली वितरण बोर्ड के द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में अब भी 40 प्रज्ञा केंद्र संचालकों के पास विभाग की 55.04 लाख रूपये की राशि बची हुई है। इसके लिए विभागीय कार्रवाई जारी है। ज्ञातव्य है कि राज्य मुख्यालय ने दोषी प्रज्ञा केंद्र संचालकों की पहचान कर सूची कार्यपालक अभियंता को भेजी थी। इसके आलोक में विभाग के द्वारा कार्रवाई की गई है।
40 प्रज्ञा केंद्र संचालकों के पास बकाए हैं 55.04 लाख रूपये
जानकारी के अनुसार प्रज्ञा केंद्र संचालकों के द्वारा विद्युत विभाग के राजस्व की क्षति पहुंचाने के बाद विभाग के द्वारा की गई कार्रवाई का असर दिखना प्रारंभ हो गया। विभागीय दबिश बढ़ने के बाद प्रज्ञा केंद्र संचालकों ने विभाग की राशि उसके खाते में जमा करना प्रारंभ कर दिया है। राज्य मुख्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अब तक हजारीबाग के 62 प्रज्ञा केंद्र संचालकों के द्वारा 43.20,946 रूपये विभाग के खाते में जमा करा दिया गया है। इसके बाद 40 प्रज्ञा केंद्र संचालकों के पास अब भी 55,04,582 रूपये की राशि बची हुई है। सूत्रों के अनुसार जिन प्रज्ञा केंद्र संचालकों के पास छोटी राशि बकाया थी, उन्होंने राशि विभाग के खाते में जमा कर दिया है। वहीं बड़ी राशि का गबन करनेवाले प्रज्ञा केंद्र संचालकों ने राशि जमा नहीं करवाई है। इसमें वैसे प्रज्ञा केंद्र संचालक शामिल हैं, जिन्होंने 12.15 लाख, 6 लाख, 1.5 लाख, 2 लाख की राशि का गबन किया है। उम्मीद जताई जा रही है कि ऐसे प्रज्ञा केंद्र संचालकों ने विभागीय राशि को कहीं और निवेश कर दिया है। ऐसे में विभाग ने दोषी प्रज्ञा केंद्र संचालकों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद अब ज्यादा सख्त रूख अपनाने की जरूरत है।
------------------------
दोषी प्रज्ञा केंद्र संचालकों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद संचालकों ने विभाग की राशि लौटाना आरंभ कर दिया है। सभी दोषी प्रज्ञा केंद्रों से पूरी राशि की वसूल की जाएगी। जिन प्रज्ञा केंद्र संचालकों ने अब तक विभागीय राशि जमा नहीं करवाई है, उनके साथ विभाग सख्ती से निपटेगा। विभाग के राजस्व की क्षति को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
- पंचानन सिंह, कार्यपालक विद्युत अभियंता, हजारीबाग विद्युत प्रमंडल, हजारीबाग।