होम कोरोनटाइन में रहेंगे सर्दी-खांसी के 351 मरीज
हजारीबाग कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों के बचाव रोकथाम व इलाज को लेकर सोमवार क
हजारीबाग : कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों के बचाव, रोकथाम व इलाज को लेकर सोमवार को हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुल 351 सर्दी, खांसी व मरीजों की जांच की गई। इसके बाद सभी मरीजों को अगले 14 दिनों तक होम कोरोनटाइन में रहने की सलाह दी गई। साथ ही इस दौरान किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टर से संपर्क करने का निर्देश भी दिया गया। साथ ही इन सभी मरीजों की विस्तृत जानकारी सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नेआज अहमद को भेज दी गई है, ताकि मरीजों को संबंधित बीडीओ व सीओ के माध्यम से होम कोरोनाटाइन के दौरान उनपर नजर रखी जा सके। साथ ही सामान्य ओपीडी सेवाओं को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक बंद कर दिया गया। वहीं बाहर से आनेवाले मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण अस्पताल में अफरातफरी का माहौल हो गया था। इसके बाद उपायुक्त ने मौके पर पहुंचकर सारे मामले की जानकारी ली । साथ ही सशस्त्र बल के साथ चार दंडाधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति अस्पताल परिसर में करने का निर्देश दिया।
351 मरीजों की जांच की गई
एचएमसीएच में सोमवार को प्रबंधन ने सामान्य ओपीडी सेवाएं बंद करने के साथ ही सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं जारी रखने का निर्देश अधीक्षक डा. के. के. लाल ने दिया। इसके बाद एचएमसीएच के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डा. संजय सिन्हा की अगुवाई में छ: डाक्टरों की टीम ने जिला में दूसरे स्थानों से आए सभी मरीजों की कोरोना की संभावना को लेकर जांच किया। इस दौरान सभी मरीजों से उनके ट्रैवल हिस्ट्री के संबंध में गहन पूछताछ की गई। इसके मरीजों को अगले 14 दिनों तक होम कोरोनटाइन में रहने की सलाह दी गई। उन्हें न केवल अपने आसपास के लोगों से बल्कि अपने परिवार के लोगों से भी दूर रहने की सलाह दी गई। वहीं किसी प्रकार की शिकायत होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टर से संपर्क करने को कहा गया।
बंद हुई सामान्य ओपीडी सेवाएं
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की संभावनाओं के मद्देनजर लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज सोमवार से तत्काल प्रभाव से सामान्य ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई है। अब केवल इमरजेंसी सेवाएं ही जारी रह पाएगी।