हरहद बूथ पर दस किमी. दूर से मतदान करने आए मतदाता
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कटकमसांडी : प्रखंड के बाझा पंचायतान्तर्गत नचले, सकरजा, डुमरी आदि सूदूरवर्ती गांवो के सैकड़ो मतदाता जंगल पहाडो़ व नदी नाले के पगडंडियों से चलकर करीब दस किमी. चलकर हरहद स्थित बूथ नं. 36 पर आए और मतदान किया। मतदाताओं ने बताया कि बूथ परिवर्तन को लेकर जिला प्रशासन को वर्षो से गुहार लगाने के बाद भी हमारी मांग को अनदेखी किया गया। नतीजतन हमें अपने छोटे छोटे दूधमुहें बच्चों व नौनिहालों के साथ बूथ तक आने व गांव जाने मे परेशानियां उठानी पड़ रही है। मतदाताओं ने बताया कि जहां पर बूथ बनाया गया है। उसके आसपास सिर्फ और सिर्फ जंगल है। आसपास कोई गांव तक नहीं है। सिर्फ एक स्कूल है, जहां बूथ बनाया गया है। पूर्व पंसस झमन सिंह भोक्ता, वर्तमान पंसस मोहिनी देवी, मुखिया लीलो सिंह भोक्ता, टेकनारायण सिंह भोक्ता आदि ग्रामीण
बुद्धिजीवियों ने बूथ पर बताया कि मतदाताओं को बूथ तक लाने मे जो परेशानियां हुई है, जिसे हम बयां नही कर सकते। मतदाताओं को पहले चार किमी. पैदल चलाकर बाझा लाया गया। इसके बाद सवारी वाहनों से सात किमी. हरहद बूथ पर लाकर मतदान कराया गया। अधिकतर मतदाता जंगली रास्ते से ही बूथ तक पहुंचे। बता दें कि जिले का यह पहला बूथ है, जहां मतदाताओं को आने में करीब 10-11 किमी. की दूरी तय करनी पड़ती है। ग्रामीण मतदाताओं ने बताया कि दस वर्षों से सकरजा गांव में एक मध्य विद्यालय संचालित है, जो नचले, सकरजा, डुमरी व गुरूडीह के बाद बीच स्थित है। सकरजा मध्य विद्यालय को बूथ बनाए जाने से जहां लोगों को वोट देने में सहुलियत होगी। वहीं मतदान की प्रतिशत में वृद्धि होगी। एक माह पूर्व जिला प्रशासन को दिए आवेदन पर पहल नहीं होने के बाद नाराज ग्रामीणों ने मतदान में हिस्सा नहीं लेने की भी का भी प्रण लिया था।