आदिवासी जतरा महोत्सव में ांदर की थाप पर झूमे लोग
हजारीबाग कटकमदाग प्रखंड के बेस कुरलूंग गांव में बुधवार को आदिवासी जतरा महोत्सव का
हजारीबाग : कटकमदाग प्रखंड के बेस कुरलूंग गांव में बुधवार को आदिवासी जतरा महोत्सव का आयोजन किया गया। जमुआरी, लिलदाह, पियारटाड़, रेशाम, हारम, जारा टोला, नया टोंगरी, रझर आदि गांवों से जतरा मेला में पांच सौ लोग शामिल हुए। पारंपरिक परिधानों के साथ मांदर नगाड़ा के साथ आए विभिन्न अखाड़ा के लोगों ने जतरा में जमकर नृत्य किया। महोत्सव में करम गीत से लेकर जनजातीय संस्कृति की झलक देखने को मिली। बतौर मुख्य अतिथि सरना समिति के जिलाध्यक्ष महेंद्र बेक, पूर्व अध्यक्ष जगन कच्छप, पहान बंधन टोप्पो, विशिष्ट अतिथि बंधन एक्का जतरा मेला में शामिल हुए। आदिवासी छात्र संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष विक्की कुमार धान की अगुवाई में जतरा मेला का आयोजन किया गया था। महोत्सव को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सरना समिति महेंद्र बेंक ने कहा कि आदिवासी निष्कलंक होते है और जल जंगल और जमीन के लिए अपनी जान भी न्यौछावर की है। कई वीर महापुरुषों इस जाति में पैदा हुए। महोत्सव को पूर्व जिलाध्यक्ष ने भी संबोधित किया। कहा कि आदिवासी भूखे मर जाते है, लेकिन भीख नहीं मांगते। किसी के सामने हाथ नहीं फैलाते। जतरा मेला को संरक्षक शिबू गाड़ी, बिरसा बरवार, उपाध्यक्ष सानिक धान ने भी संबोधित किया। समारोह को सफल बनाने में विवेक बांडो, नासिग टोप्पो, पानू उंराव, अलोक धान, मुटर उंराव, बेस पंचायत सरंपच तिलेश्वर गंझू, शाहदेव गाड़ी, संजय धान, दिलीप टोप्पो, राजू धान, अनिकेत बाडो, विक्रम धान, पाडे धान, प्रेम धान, सुले धान, महेश महतो, अजय टोप्पो, कार्तिक बांडो, राम धान, परनू बारला, दुलार टोप्पो, सुरेश टोप्पो सहित कई अन्य शामिल थे।