शिक्षा में सुधार को लेकर जनप्रतिनिधि निभाएं भूमिका
हजारीबाग शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने को लेकर लगातार कवायद कर रही शिक्षा ि
हजारीबाग : शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने को लेकर लगातार कवायद कर रही शिक्षा विभाग ने इस दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए जन प्रतिनिधियों को सीधे स्कूल से जोड़ने काम किया है। इस बाबत शिक्षक- अभिभावक दिवस पर नगर भवन में मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि विधायक मनोज यादव बरही, जिला शिक्षा पदाधिकारी लूदी कुमारी व जिला शिक्षा अधीक्षक महमूद आलम के साथ साथ मुखिया तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों ने सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया। स्वागत गीत यदूनाथ बालिका विद्यालय के विद्यार्थियों ने गाया। स्वागत भाषण डीएसई महमूद आलम और मंच का संचालन संजय तिवारी ने की। बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए बरही विधायक मनोज यादव ने शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए मुखिया की पीठ थपथपा हुए उन्हें जमकर प्रेरित की। बोला कि शिक्षा के चार स्तंभ है, इनमें एक है। आप की क्षमता इतनी है कि आप अपने पोषक क्षेत्र के विद्यालय को चमन बना सकते हैं। कम उपस्थिति पर बोलते हुए विधायक ने कहा कि भली हीं आशा के अनुरुप उपस्थिति नहीं है। लेकिन यहां जो उपस्थित है, इस बात का द्योतक है कि वे अपने क्षेत्र और विद्यालय के साथ साथ बच्चों के विकास के लिए कितना प्रयासरत है। विधायक ने अपने जीवन में कुछ नया कर जाने की बात मुखिया से कही और कहा कि जब भी समय मिले विद्यालय जाएं, समस्याओं को जाने, शिक्षकों को सहयोग करे और वातावरण बेहतर बनाने के लिए काम करे। जिला शिक्षा पदाधिकारी लूदी कुमारी ने जिले की शैक्षणिक स्थिति का ब्यौरा देते हुए बताया कि आज भी 30 प्रतिशत विद्यार्थी विद्यालय से बाहर है। शिक्षक के साथ साथ , छात्र और अभिभावक के कर्तव्य पर प्रकाश डाला। कहा कि जिस तरह बच्चों को लेकर निजी विद्यालय के अभिभावक सजग जागरुक होते है और अपना व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर बच्चों की दिनचर्या पर ध्यान देते है। ठीक इसी तरह सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को जागरुक होना होगा। कहा कि यह काम केवल सरकारी शिक्षकों के भरोसे न छोड़े। जन प्रतिनिधि हीं एक ऐसा सशक्त माध्यम है, जिसके बल पर अभिभावकों को जागरुक किया जा सकता है। सम्मेलन में मुखिया को सीधे स्कूल से जोड़ने की बात करते हुए उनके अधिकार और कर्तव्य, शिक्षा विभाग की ओर से मुखिया से अपेक्षा और दिए जाने वाले अधिकार को बताया। मौके पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक रियाजउद्दीन खान सहित अन्य उपस्थित थे।