ई-मैनेजर्स की सेवा अवधि के विस्तार की मांग
संवाद सूत्र कटकमसांडी प्रज्ञा केन्द्र संचालक संघ के प्रदेश महामंत्री ने झारखंड सरकार के
संवाद सूत्र कटकमसांडी: प्रज्ञा केन्द्र संचालक संघ के प्रदेश महामंत्री ने झारखंड सरकार के सचिव के पत्रांक 2157 दिनांक 02/07 2019 के तहत डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत नियुक्त लगभग 350 ई-ब्लॉक मैनेजर, ई-बैंक मैनेजर, ई-मर्चेंट मैनेजर व ई- नेटवर्क मैनेजर की सेवा समाप्त करने का फरमान जारी किया है। इस बाबत प्रज्ञा केन्द्र संचालक संघ के प्रदेश महामंत्री ने झारखंड सरकार को आदेश निरस्त करने की अपील करते हुए कहा कि ई-मैनेजर्स की सेवा समाप्ति के फरमान से जनहित से जुड़े कार्य बाधित हो जाएंगे। बताया गया कि ई-मैनेजर्स द्वारा झारखंड में डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत डीबीटी का कार्य, सरकारी विद्यालयों में ई-विद्या वाहिनी जैसे महत्वाकांक्षी कार्य, प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान, सरकार आपके द्वार के तहत जाति, आय, आवासीय, वृद्धा पेंशन, दुकानदारों को डिजिटल पेमेंट जैसी जानकारी डोर टू डोर जा कर देना, कैंप लगाकर डिजिटल पेमेंट जैसी जानकारियों को सार्वजनिक करना तथा प्रज्ञा केंद्र संचालकों के कार्यों को समय समय पर देख रेख करने
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत ई-गवर्नेंस से जुड़े सभी कार्यों में जमीनी स्तर पर कार्य की जा रही है। प्रशंसनीय कार्य को देखते हुए नीति आयोग एवं जिले के उपायुक्त द्वारा सूबे में कार्यरत ई-ब्लाक मैनेजर्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। बताया कि ई-मैनेजर्स की सेवा समाप्ति करना प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया जैसे महत्वाकांक्षी योजनाओं को बाधित करना है। प्रदेश प्रज्ञा केंद्र संचालक संघ ने सेवा समाप्ति के आदेश की कड़ी निदा की है और सूबे की मुख्यमंत्री रघुवर दास से मांग किया है कि सरकार के सचिव द्वारा जारी पत्रांक 2157 को पूर्णत: निरस्त करते हुए प्रखंडों में कार्यरत सभी ई मैनेजर्स की सेवा अवधि को विस्तार किया जाए ,ताकि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया का सपने को साकार किया जा सके। संघ ने अल्टीमेटम दिया है कि यदि इस पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है, तो बाध्य होकर प्रज्ञा केंद्र संचालक संघ द्वारा झारखंड में मनाए जा रहे हैं डिजिटल इंडिया सप्ताह का पुरजोर विरोध किया जाएगा। साथ ही प्रज्ञा केंद्र संचालक अपने-अपने केंद्रों पर काला बिल्ला लगाकर कार्य करेंगे।