प्राणिक हीलिग ध्यान की प्रभावशाली तकनीक : जैन
हजारीबाग प्राणिक हीलिग प्रभावशाली ध्यान की तकनीक है। उक्त बातें ऊर्जा प्राणिक हीलिग सेन्ट
हजारीबाग : प्राणिक हीलिग प्रभावशाली ध्यान की तकनीक है। उक्त बातें ऊर्जा प्राणिक हीलिग सेन्टर के संस्थापक अरिहंत जैन ने कही। इससे पूर्व प्राणिक हीलिग फाउंडेशन ट्रस्ट झारखंड द्वारा वैशाख महीने में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर होटल कैनरी इन हजारीबाग के सभागार में भव्य मेडिटेशन कैंप का आयोजन किया गया। इसमें 200 से ज्यादा की संख्या में लोगों ने बैठकर सामूहिक रूप से मेडिटेशन किया। कैंप के संस्थापक अरिहंत जैन ने बताया कि मैडिटेशन कैंप का मुख्य उद्देश्य लोगों में ऊर्जा का प्रवाह करना है। प्राणिक हीलिग एक पुराना विज्ञान है जिसके संस्थापक मास्टर चोआ काक सुई हैं जो फिलीपींस के नागरिक हैं। गहन अध्ययन के बाद मास्टर ने हृदय ध्यान तकनीक प्राणिक हीलिग की खोज की। इस ध्यान प्रक्रिया द्वारा हम अपने हृदय चक्र और क्रॉउन चक्र को आध्यात्मिक ऊर्जा के प्रवेश द्वार का काम कराते हैं। इस ध्यान द्वारा संपूर्ण भूमि पर प्रेम दया के आशीर्वाद से प्रसन्नता एवं समरसता लाई जा सकती है। प्राणिक हीलिग एक नो टच नो ड्रग थेरेपी है, जिससे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य प्राप्त होता है। कई प्रकार के रोग जैसे बीपी, अस्थमा, माइग्रेन, शारीरिक दर्द, चर्म रोग, स्पोंटलाइटिस आदि कई बीमारिया ठीक होती हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में रिशु जैन, सानिया जैन, साकेत जैन, शिखा पाटनी, गौरव पाटनी, वीरेश अग्रवाल, श्वेता अग्रवाल, व विजय जैन का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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