बूथ व पंचायत हंस्तातरण के लिए उपायुक्त को भेजा पत्र
चौपारण प्रखंड के कतिपय पंचायतों के सीमांकन में घोर अदूरदर्शिता बरती गई है। विशेषकर
चौपारण : प्रखंड के कतिपय पंचायतों के सीमांकन में घोर अदूरदर्शिता बरती गई है। विशेषकर जंगल में बसे इलाकों के प्रति घोर बेरुखी बरती गई है। आलम यह है कि कुछ गांव के लोगों को प्रशासनिक लापरवाही के कारण पंचायत मुख्यालय जाने में ही कई किमी अतिरिक्त चलना पड़ता है जबकि दूसरे पंचायत पास हैं। ऐसे में कई बार विशेषकर राशन उठाने, वोट देने, पंचायत स्तरीय काम रहने पर लोगों को कठिन परिश्रम करना पड़ता है। परंतु अब जंगल में बसे समाज के अंतिम पंक्ति से जुड़े लोग मुखर हो रहे हैं। प्रशासन से मदद की मांग कर रहे हैं। बुधवार को मैनोखार, कोठोडुमर, पिपराकोनी के आधे दर्जन लोग मुखिया शौकत खान के साथ मिलकर बीडीओ अमित कुमार श्रीवास्तव को उपायुक्त के नाम मांगपत्र सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में तीनों गांव ताजपुर पंचायत अधीन था। इससे अनाज लेने, पढाई में तो सहूलियत होती थी। आज भी आधार कार्ड, राशन कार्ड ताजपूर पंचायत का है। परंतु अब इन्हें चोरदाहा पंचायत जाने के लिए सोलह किमी जाना पड़ता है। पहले सभी अपने मतों का प्रयोग पास के पत्थलगढवा स्कुल में करते थे पर अब दुर जाकर चोरदाहा में करना पडता है जिससे मत देने वालों की संख्या घटी है। ऐसे
में लोगों ने प्रशासन से पंचायत मुख्यालय पूर्व की भांति ताजपूर को ही करने की मांग की है।
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