नौवीं की छात्रा ने बाल विवाह के खिलाफ की बगावत
संवाद सूत्र गुमला गुमला की एक बेटी ने बाल विवाह के खिलाफ अपने माता-पिता से बगावत कर ली। चाइ
संवाद सूत्र, गुमला : गुमला की एक बेटी ने बाल विवाह के खिलाफ अपने माता-पिता से बगावत कर ली। चाइल्ड लाइन के सहयोग से वह शुक्रवार को बाल कल्याण समिति पहुंची। किशोरी को बाल कल्याण समिति ने अपने संरक्षण में ले लिया है। अब वह गुमला ज्ञानाश्रय में रहेगी। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौंवी कक्षा की 15 वर्षीय छात्रा की उसके माता-पिता ने शादी तय कर दी थी। इसके लिए सात फरवरी को छेका रस्म की तिथि भी तय है। किशोरी ने बताया कि वह पढ़ाई करना चाहती है। पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनना चाहती है। लेकिन माता-पिता पर कोई असर नहीं हुआ। वह कम उम्र का हवाला देकर शादी के लिए इन्कार करती रही और अपने माता-पिता को समझाने की भी कोशिश की, लेकिन परिवार ने छेका रस्म की तिथि तय कर दी। तब उसने चाइल्ड लाइन का सहारा लिया। चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि भी उसके घर जाकर उसके माता-पिता को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। किशोरी के पिता राज मिस्त्र हैं और मां सहिया। इसके बावजूद नाबालिग बेटी की शादी तय कर दी। किशोरी ने सृजन फाउंडेशन चाइल्ड लाइन के अल्पना मिज के साथ गुमला बाल कल्याण समिति पहुंची। अब किशोरी बाल कल्याण समिति के संरक्षण में है। बाल कल्याण समिति की सदस्य सुषमा ने कहा कि बाल विवाह अपराध है। बच्ची ने बाल विवाह के खिलाफ हिम्मत जुटाई और पढ़ाई के लिए माता-पिता और घर का भी त्याग की है। यह किशोरी बाल कल्याण समिति में रहेगी। पढ़ाई के लिए कस्तूरबा हाई स्कूल में जाएगी।