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धर्मातरण कराने वालों की जगह होटवार जेल में : सीएम

गुमला, जासं : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि बहलाकर धर्मांतरण कराने वालों को जेल भेजा जाए

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 07:07 AM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 07:07 AM (IST)
धर्मातरण कराने वालों की जगह होटवार जेल में : सीएम
धर्मातरण कराने वालों की जगह होटवार जेल में : सीएम

गुमला, जासं : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि बहलाकर धर्मांतरण कराने वालों को जेल भेजा जाएगा। उनके लिए होटवार जेल में जगह सुरक्षित कर दी गई है। वे बुधवार को परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम में छोटनागपुरिया तेली उत्थान समाज के वार्षिक जतरा सह सामूहिक विवाह कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा और अन्य महापुरुषों ने आदिवासी संस्कृति को बचाने के लिए शहादत दी थी। विदेशी शक्तियां आदिवासी धर्म और संस्कृति को नष्ट करने पर तुली हुई हैं। लोग अपने अपने धर्म का पालन करें। सरकार सम्मान करेगी। लेकिन लोभ लालच देकर धर्मातंतरण कराने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।

धर्मांतरण कराने वालों की जगह होटवार जेल में आरक्षित कर दी गई है। पुलिस को यह आदेश दिया गया है कि धर्मांतरण कराने वाले प्रचारकों को जेल भेजो। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी आजीवन धर्मांतरण का विरोध किया था। उन्हें पता था कि विदेशी शक्तियां हमारे समाज को तोड़ रही हैं। धर्म को नष्ट कर रही हैं। धर्मांतरण करा रही हैं। हमें झारखंड एक और नेक बनाना है। रुढ़ीवादी परंपरा का अंत करना है।

धमकी सही तरीका नहीं

सामूहिक विवाह कार्यक्रम में तेली समाज के केंद्रीय अध्यक्ष उदासन नाग ने कहा था कि लोक सभा चुनाव के पहले तेली जाति को अजजा का दर्जा नहीं मिला तो उनका समाज वोट नहीं डालेगा। इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रघुवर सरकार किसी धमकी के आगे नहीं झुकेगी।

उन्होंने धमकी पर आपत्ति की। कहा, यह क्या बात हुई कि मांग पूरी नहीं होगी तो वोट नहीं डालेंगे। मांग रखने का तरीका है। एक-एक वोट की कीमत होती है। एक-एक वोट के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भगवान बिरसा मुंडा और सिद्धू कान्हु ने अधिकार की लड़ाई लड़ी थी। बापू ने त्याग किया और झारखंड के अनगिनत योद्धाओं ने अपनी शहादत दी थी। वोट नहीं डालना लोकतंत्र का अपमान भी है।

सरकार आपकी मांगों के प्रति गंभीर है। टीआरआइ निदेशक को रिपोर्ट तैयार करने का कहा गया है। जैसे ही रिपेार्ट मिलेगी बिना विलंब किए कैबिनेट की बैठक में पास कर फिर केंद्र सरकार को अजजा का दर्जा देने के लिए अनुशंसा की जाएगी।

कांग्रेस पर भी उन्होंने निशाना साध कहा कि पूर्व में राज्य कैबिनेट ने प्रस्ताव भेजा था मगर खामी निकाल कर कांग्रेस की सरकार ने वापस कर दिया था। जब वे मुख्यमंत्री बने तब टीआरआइ का गठन किया।


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