गांवों के विकास में ग्राम सभाओं की अहमद भूमिका : सुदर्शन भगत
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गुमला : केंद्रीय जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने शनिवार को गुमला के शहीद बख्तर साय मुंडल ¨सह आडोटोरियम में ग्राम प्रधानों की उन्मुखीकरण कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा है कि ग्राम सभाओं और गाम प्रधानों का समृद्ध गांव के निर्माण में अहम भूमिका होती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब तक गांव का विकास नहीं होगा तब तक देश का विकास संभव नहीं है। यह बात राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मानते रहे हैं। कहा कि ग्राम प्रधानों को उनकी सरकार सम्मानित करने का काम कर रही है। भारतीय इतिहास में ग्राम प्रधानों का सम्मान जनक स्थान रहा है। मंत्री ने कहा कि ग्राम सभा के सशक्त होने से बिचौलियों का जमाना लद गया है। गांव की आधार भूत संरचना शिक्षा स्वास्थ्य सड़क नाली पानी बिजली को धरातल पर उतारने का काम ग्राम प्रधानों को करना है। ऐसा करने से गुमला जिला देश का एक अग्रणी जिला बन सकेगा।
विधान सभा अध्यक्ष डॉ. दिनेश उरांव ने ग्राम सभा के सैद्धांतिक और व्यवहारिक पक्षों को रखा। कहा कि यह बात सही है कि पेसा कानून में ग्रामसभा को सशक्त बनाया गया है। गांव एवं गणराज्य की व्यवस्था में जन भागीदारी बढ़ाने को समाहित किया गया है। लेकिन योजना बनाने का काम ग्राम सभा को है। लेकिन ग्राम सभा से योजना का क्रियान्वयन नहीं होता। अधिकारी और कर्मचारी अपनी इच्छा के अनुसार काम कराते हैं और हवाला ग्राम सभा को देते हैं।
उन्होंने ग्रामसभा को सशक्त बनाने का आह्वान किया। उन्होंने सरना मसना की घेराबंदी में ग्राम सभाओं की भूमिका को अधिक उपयोगी बनाए जाने पर बल दिया। उन्होंने ग्राम सभा और सरकारी तंत्र में समन्वय बनाए जाने पर भी बल दिया। इससे पूर्व उपायुक्त शशिरंजन उप विकास आयुक्त नागेन्द्र कुमार सिन्हा ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए और ग्राम सभाओं के सशक्तिकरण और उससे होने वाले लाभों पर विचार विमर्श किए। इस अवसर पर जिला बीस सूत्री अध्यक्ष हीरा साहु, जिप उपाध्यक्ष कृष्ण देव नारायण ¨सह आदि उपस्थित थे। गुमला के बीडीओ संध्या मुंडू ने धन्यवाद ज्ञापन किया।