प्रेमी ने विवाह से किया इंकार, प्रेमिका ने कर दी हत्या
भरनो अमलिया जंगल से डोम्बा निवासी सुरेश उरांव का चाकू और गुप्ती से गोद गोदकर हत्या करने के बाद फेंके गए शव को भरनो अमलिया जंगल से डोम्बा निवासी सुरेश उरांव का चाकू और गुप्ती से गोद गोदकर हत्या करने के बाद फेंके गए शव को
संवाद सूत्र,भरनो (गुमला) : अमलिया जंगल से डोंबा निवासी सुरेश उरांव के चाकू और गुप्ती से गोदा शव भरनो पुलिस ने 23 अप्रैल को बरामद किया था। भरनो पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल तीन लोगों में से दो को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया। जेल भेजे गए लोगों में मारे गए सुरेश उरांव की प्रेमिका ललिता कुमारी और उसका जीजा रोहित तिर्की उर्फ गंदुर तिर्की शामिल है जबकि रोहित के रिश्ते का भाई महरु तिर्की अब भी फरार है। ललिता को भरनो से और उसके जीजा रोहित को सिसई के पिलखी मोड़ से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार साली और जीजा के पास से पुलिस ने टीवीएस मोटरसाइकिल , नोकिया मोबाइल सेट, हत्या में प्रयोग किए गए गुप्ती, रोहित के दो मोबाइल सेट और ललिता के मोबाइल सेट भी जब्त किया है।
क्या था मामला
डोम्बा गांव के रहने वाले सुरेश उरांव का ललिता नामक युवती से प्यार हो गया था। उन दोनों का प्यार तीन वर्षों तक चला। प्यार का आधार शादी करने का वादा था। दोनों के बीच तीन वर्षों तक शारीरिक संबंध बना रहा। प्यार करने के पहले सुरेश ने ललिता को बताया था कि वह शादीशुदा नहीं है। बाद में ललिता केा पता चला कि वह प्यार में छली गई। उसका प्रेमी शादीशुदा है। इसके बावजूद विरोध करने के बजाए ललिता शादीशुदा सुरेश के साथ विवाह करने को तैयार थी। लेकिन सुरेश ने शादी करने से इंकार कर दिया था।
ऐसे हुई हत्या
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए ललिता और रोहित ने पूछताछ के क्रम में बताया कि 22 अप्रैल को ललिता ने सुरेश को फोन कर बेड़ो थाना क्षेत्र के जोभीटोली स्थित अपने घर बुलाया था। साजिशतन ललिता के घर पर उसका जीजा रोहित तिर्की उर्फ गंदुर तिर्की और उसके रिश्ते का भाई महडु तिर्की भी मौजूद थे। सुरेश के वहां पहुंचने पर ललिता और रोहित सुरेश की मोटरसाइकिल पर बैठ गए उसे श्रृंगार सराय के रास्ते से भरनो के बांधडीपा होते हुए अमलिया रायकेरा जंगल में ले गए। जहां देहाती चाकू से उसे गोदकर मार डाला गया। उसके शरीर पर चालीस बार वार किए जाने के निशान पाए गए थे। हत्या करने के बाद हत्या में शामिल लोग मृतक सुरेश उरांव का टीवीएस मोटरसाइकिल और नोकिया मोबाइल का सेट अपने साथ लेते गए थे। मोटरसाइकिल ले जाना ही हत्या के सुराग मिलने का आधार बना। अनुसंधान में बसिया के आरक्षी निरीक्षक बैजु उरांव, भरनो के थाना प्रभारी विष्णु देव चौधरी, सिसई थाना प्रभारी सुधीर कुमार, सिसई के सहायक अवर निरीक्षक एतवा उरांव आदि की टीम शामिल थी।