कोरोना काल में योग से इम्यून सिस्टम कर रहे मजबूत
गुरदीप राज गुमला कोरोना संक्रमण का खतरा फिर से बढ़ने पर गुमलावासियों का झुकाव योग क
गुरदीप राज, गुमला : कोरोना संक्रमण का खतरा फिर से बढ़ने पर गुमलावासियों का झुकाव योग की ओर होने लगा है। कोरोना काल में इम्यून सिस्टम को मजबूत रखना बेहद जरुरी हो गया है। कोरोना संक्रमण काल में मानव जीवन के लिए योग रामबाण औषधि की तरह है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों के अंदर डर इस कदर हावी हो रहा है कि भीड़ भाड़ वाले इलाकों में लोग जाने से झिझक रहे हैं। बाहर कई लोगों के साथ जागिग और एक्सरसाइज करने की जगह लोग अब घर में रहकर ही वर्कआउट करना पसंद कर रहे हैं। घर पर जिम जैसी सुविधाएं नहीं मिलने के कारण अब लोगों का क्रेज योग की तरफ बढ़ रहा है। योग शिक्षक भोला प्रसाद खुले आसमान के नीचे 30 से 60 आयुवर्ग के लोगों को प्रतिदिन योग का अभ्यास करा रहे हैं। इतना ही नहीं ऑनलाइन भी योग का अभ्यास वे करा रहे हैं, ताकि गुमलावासियों को कोरोना काल में योग के अभ्यास से ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
---- श्वसन तंत्र को मजबूत करना बेहद जरुरी
योग शिक्षक भोला प्रसाद ने बताया कि करोना का संक्रमण सबसे पहले श्वसन तंत्र में होता है। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने श्वसन तंत्र को मजबूत करने हेतु रोज सुबह सुबह उठ कर प्राणायाम एवं आसन करें। श्वसन तंत्र के लिए सबसे अच्छा प्राणायाम भस्त्रिका पांच एवं अनुलोम विलोम 10 से 15 मिनट का करना चाहिए। प्रतिदिन नियमित तौर पर योगासन करने से शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं में वृद्धि होती है। इन्हीं की वजह से रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ती है। जब हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है कि कोई वायरस या कीटाणु हमें संक्रमित नहीं कर पाता है। --------------
खान पान में रखे ध्यान शुद्ध और ताजा भोजन लेना ही श्रेयस्कर है। खाने में विटामिन-सी से भरपूर सामाग्री का इस्तेमाल करें। नींबू, संतरा और आंवले का इस्तेमाल किया जा सकता है। तुलसी, गिलोय और काली मिर्च का काढ़ा बनाकर दिन में तीन से चार बार लेना चाहिए। इससे शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है।
----- कोरोना काल में करें यह आसन गोमुखासन : गोमुखासन से फेफड़े मजबूत होते हैं और श्वसन संबंधित सभी बीमारियां ठीक होती हैं। वजन कम करने के लिए और शारीरिक सुंदरता बढ़ाने के लिए काफी लाभकारी है।
ताड़ासन : ताड़ासन करने से भी फेफड़े मजबूत होते हैं, पेट में भारीपन नहीं लगता है और कब्ज की शिकायत भी दूर होती है। मत्स्यासन : मत्स्यासन करने से भी सांस की बीमारी ठीक होती है। फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए मत्स्यासन सबसे बेहतर आसन है।
शशकासन : पाचन प्रणाली सक्रिय होती है और कब्ज को दूर करता है। इस आसन को करने से श्वसन क्रिया सक्रिय हो जाती है, जिससे फेफड़े मजबूत होते हैं। हृदय रोग, दमा, मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति के लिए यह उपयोगी योग है। सूर्य नमस्कार : सूर्य नमस्कार से श्वसन प्रक्रिया अधिक होती है, इसलिए फेफड़ों के लिए यह काफी अच्छा माना जा सकता है। इसके अलावा सूर्य नमस्कार वजन कम करने के अलावा पाचन तंत्र को भी ठीक करता है।