स्वस्थ्य युवा ही मजबूत भारत के हैं आधार
संवाद सूत्र कामडारा सोवमार को कामडारा प्रखंड के जामडीह गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं सेंटर कैटलाइजिग चेंज के संसुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय किशोर किशोरी स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जागरूकता रैली निकाली गई। उप मुखिया मेरी टोप्पो ने रैली को ही झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली के माध्यम से ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। उप मुखिया ने कहा कि जब हमारा युवा स्वस्थ्य होगा तब हमारा भारत मजबूत होगा। रैली के बाद स्थानीय खाद पदार्थ का स्टाल लगाकर सहिया द्वारा उनसे मिलने वाले पोषक तत्वों की जानकारी दी। इस अवसर पर युवा युवाओं के वजन और लंबाई का माप किया गया। खून की जांच की गई। इस कार्यक्रम में सेंटर कैटलाइजिग चेंज के प्रखंड समन्वयक प्रकाश सारंगी एएनएम सुशीला कुमारी प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डा.एम के एम शाही ललन साहु भानुमती देवी सहिया जीरामुनी देवी आदि मौजूद थे।
कामडारा : कामडारा प्रखंड के जामडीह गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सेंटर कैटलाइजिग चेंज के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को राष्ट्रीय किशोर किशोरी स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जागरूकता रैली निकाली गई। उप मुखिया मेरी टोप्पो ने रैली को ही झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली के माध्यम से ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। उप मुखिया ने कहा कि जब हमारा युवा स्वस्थ्य होगा तब हमारा भारत मजबूत होगा। रैली के बाद स्थानीय खाद पदार्थ का स्टाल लगाकर सहिया द्वारा उनसे मिलने वाले पोषक तत्वों की जानकारी दी। इस अवसर पर युवा युवाओं के वजन और लंबाई का माप किया गया। खून की जांच की गई। इस कार्यक्रम में सेंटर कैटलाइजिग चेंज के प्रखंड समन्वयक प्रकाश सारंगी, एएनएम सुशीला कुमारी, प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डा.एम के एम शाही, ललन साहु, भानुमती देवी, सहिया जीरामुनी देवी आदि मौजूद थे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम का भरनो में आयोजन
भरनो : राजकीय कृत बालिका मध्य विद्यालय के सभागार में सोमवार को राष्ट्रीय किशोरी कार्यक्रम पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में सभी 42 नोडल शिक्षकों ने भाग लिया। प्रशिक्षक बबन भारती ने खून की कमी से होने वाली एनिमिया बीमारी के कारण और उसके निदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। आयरन की गोली, कृमि नाशक दवा, आयरन की गोली और कृमि नाशक दवाएं खिलाए जाने की जानकारी दी गई। इन दवों के अनुकूल व प्रतिकूल प्रभाव पर भी प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में अशोक तिवारी, अभय कुमार सिंह, प्रवीण कुमार, कांति साय, गोविद झा, प्रभु उरांव आदि शामिल थे।