Lok Sabha Polls 2019: पेड न्यूज पर सख्ती से रखेें नजर
Lok Sabha Polls 2019. लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर मीडिया सर्टिफिकेशन एवं निगरानी समिति के सदस्यों काेे पेड और संदेहास्पद खबरों पर सख्ती से नजर रखने का निर्देश दिया गया।
गुमला, जासं। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सोमवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में मीडिया सर्टिफिकेशन एवं निगरानी समिति के सदस्यों की उनके कार्यालय कक्ष में हुई बैठक में पेड और संदेहास्पद खबरों पर सख्ती से नजर रखने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य एवं जिला स्तर पर मीडिया निगरानी समिति का गठन किया गया है।
इसका मुख्य कार्य प्रिंट एवं डिजिटल मीडिया से प्रकाशित एवं प्रसारित होने वाली खबरों और विज्ञापनों पर विशेष नजर रखनी है। पेड न्यूज के संबंध में उपायुक्त ने कहा कि एक ही खबर दो से तीन दिनों के भीतर दो अखबारों में एक तथ्य के साथ प्रकाशित होता तो वह पेड न्यूज की श्रेणी में आएगा। यदि कोई एक खबर एक प्रत्याशी विशेष का गुणगान करता हुआ प्रकाशित होता है तो वह भी पेड न्यूज की श्रेणी में आएगा।
उन्होंने प्रत्याशियों की सोशल मीडिया के एकाउंट पर नजर रखने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि एक प्रत्याशी अपने सोशल मीडिया एकाउंट से दूसरी पार्टी या प्रत्याशी पर आक्षेप करता हो तो वह आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा। वाट्सअप और फेसबुक में मौजूद ग्रुप के एडमिन को किसी विशेष पार्टी या प्रत्याशी पर फोकस पाया गया तो वह पेड न्यूज होगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी को अपना विज्ञापन का कंटेंट को राज्य स्तर पर गठित एडवटाइ¨जग स्क्री¨नग कमेटी से अनुमति लेने का प्रावधान किया गया है। समूह में एसएमएस कराने के लिए राज्य स्तर पर स्वीकृति लेना अनिवार्य किया गया है। इसका उल्लंघन करने पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए संबंधित व्यक्ति पर कार्यवाई की जाएगी।
यदि जिला स्तरीय समिति के निर्णय से कोई उम्मीदवार असहमत हो तो उसे राज्य स्तर समिति में 48 घंटे के भीतर अपील करना होगा। बैठक में एसडीओ मेनका, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी हरेंद्र सिंह, सचिव पंचानन उरांव, उपनिर्वाचन पदाधिकारी विद्या भूषण, बसिया के एसडीओ सौरभ प्रसाद, जिला शिक्षा अधीक्षक जयगो¨वद ¨सह, भूमि सुधार उपसमाहर्ता सुषमा निलम सोरेन आदि मौजूद थे।