सभी फसलों के लिए ओलापात है नुकसानदेह : कृषि वैज्ञानिक
जागरण संवाददातागुमला मौसम का मिजाज बदलते ही किसानों के भाग्य रुठ गए हैं। बैंकों से कर्ज लेकर अथवा संचित पूंजी से खेतों में हरियाली लाकर समृद्धि का सपना देखने वाले किसानों के लिए बदलता मौसम का मिजाज वज्रपात की चोट से कम नहीं है। इस साल आम की डालियां मंजरों से झुक गई थी। मंजरों को देखकर आम का बगान लगाने वाले किसान झूम रहे थे। भविष्य की योजना बना रहे थे। लेकिन पिछले तीन चार दिनों से गुमला जिला में कहीं न कहीं वर्षा हो रही है। बिजली चमक रही है और तो और ओलापात भी हो रहा है। ओलापात आम के मंजर के दुश्मन बन गए हैं। ओलापात से आम के मंजर झड़ गए
गुमला : जिला कृषि विज्ञान केंद्र बिशुनपुर के प्रधान कृषि वैज्ञानिक डा.संजय कुमार पांडेय का कहना है कि हर फसल के लिए नुकसानदेह है। ओलापात से आम की फसल को नुकसान पहुंच ही रहा है। साथ ही सब्जी की फसलों और दलहन की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। चना , मसूर, सरसो, टोरी के फसलों में फूल लग गए हैं जिस कारण इन फसलों को क्षति पहुंच रही है। गेहूं के फसल को भी नुकसान पहुंचा है। बालियां खेत में टूटकर गिर रही है। ओलापात के कारण गेहूं के पौधे पुष्ट नहीं होंगे।