शहीद विजय सोरेंग के परिवार की मदद के लिए बढ़ने लगे हाथ
पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए बसिया प्रखंड के फरसामा गांव के सपूत विजय सोरेंग के परिजनों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए कई संगठनों ने हाथ बढ़ाना आरंभ कर दिया है। सोमवार को 194 सीआरपीएफ बटालियन के कमांडेंट राजकुमार एवं अन्य अधिकारी की ओर से शहीद के परिजनों को जहां पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई वहीं कमांडेंट ने परिवार को मिलने वाली सरकारी सहायता से संबंधित अभिलेख तैयार कराने का भी काम किया है। ज्ञातव्य है कि शहीद विजय
बसिया : पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए बसिया प्रखंड के फरसामा गांव के सपूत विजय सोरेंग के परिजनों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए कई संगठनों ने हाथ बढ़ाना आरंभ कर दिया है। सोमवार को 194 सीआरपीएफ बटालियन के कमांडेंट राजकुमार एवं अन्य अधिकारी की ओर से शहीद के परिजनों को जहां पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई वहीं कमांडेंट ने परिवार को मिलने वाली सरकारी सहायता से संबंधित अभिलेख तैयार कराने का भी काम किया है। ज्ञातव्य है कि शहीद विजय सोरेंग इस बटालियन के इंटेलिजेंस विभाग में काम कर चुके थे। खूंटी से ही उनका पदस्थापन जम्मू में हुआ था। इसलिए 194 बटालियन के अधिकारियों और जवानों का विजय सोरेंग से भावात्मक लगाव था। उसी भावात्मक लगाव के कारण बटालियन के जवानों ने अपनी ओर से यह राशि शहीद के परिवार केा देने के लिए कमांडेंट राजकुमार को जिम्मेवारी दी थी। कमांडेंट ने बताया कि छह माह के भीतर सरकारी सुविधा देने की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इधर कामडारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. एमकेएम शाही अपने सहयोगियों के साथ मंगलवार को फरसामा गांव पहुंचे। डा. शाही के साथ डा. रुचि भी गई थी। शहीद के परिजनों को 21 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। इन चिकित्सकों ने कहा कि शहीद कभी मरते नहीं है। वे अमर होते हैं। स्वास्थ्य कर्मियों दल ने शहीद के पिता वृष सोरेंग, मां लक्ष्मी सोरेंग, विधवा कर्मेला बा, विमला देवी, पुत्री बरखा सोरेंग, रेखा सोरेंग, पुत्र राहुल सोरेंग, पुत्री सृष्टि सोरेंग से मिले।