केओ कॉलेज में शिक्षकों का टोटा, वैकल्पिक व्यवस्था से चल रही है कक्षाएं
कार्तिक उरांव कालेज गुमला में शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मियों का भारी कमी है। शिक्षकों की कहे तो इंटरमीडिएट, स्नातक और आनर्स की तीनों संकाय के अलावे अब 11 विषयों पर पीजी की पढ़ाई हो रही है इसके बावजूद मात्र 16 स्थायी शिक्षक कालेज में रह गए हैं। कालेज सूत्र बताते हैं कि इस कालेज की स्थापना 1971 में हुई। उस समय कालेज में शिक्षकों के लिए 66 पद स्वीकृत किए गए हैं। लगभग 3
गुमला : कार्तिक उरांव कॉलेज गुमला में शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मियों का भारी कमी है। शिक्षकों की कहे तो इंटरमीडिएट, स्नातक और आनर्स की तीनों संकाय के अलावे अब 11 विषयों पर पीजी की पढ़ाई हो रही है इसके बावजूद मात्र 16 स्थायी शिक्षक कॉलेज में रह गए हैं। कालेज सूत्र बताते हैं कि इस कॉलेज की स्थापना 1971 में हुई। उस समय कॉलेज में शिक्षकों के लिए 66 पद स्वीकृत किए गए हैं। लगभग 38 वर्ष कॉलेज के हो रहे हैं। जब विद्यालय की स्थापना हुई थी तब इस क्षेत्र की आबादी और छात्र-छात्राओं की संख्या के तुलना में अब कई गुणा बढ़ोतरी हुई है लेकिन स्वीकृत पद ज्यों का त्यों है। पद सृजन के लिए पत्राचार भी किया गया है। शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए भी पत्राचार किया गया है लेकिन विश्वविद्यालय स्तर से अब तक कोई सार्थक पहल नहीं हुआ है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि केओ कॉलेज में गणित विषय और जंतु शास्त्र विषय विभाग शिक्षक विहीन है। यह दोनों विषय के छात्र बिना पढे़ ही परीक्षा देंगे। शिक्षकों ने बताया कि कालेज में शिक्षकों की कमी है लेकिन रांची विश्वविद्यालय के निर्देश पर दैनिक भत्ता पर योग्य अभ्यर्थियों को शिक्षण कार्य के लिए रखा गया है। वैकल्पिक व्यवस्था से शिक्षण व्यवस्था चल रहा है। कर्मचारियों की भी भारी कमी है। जनवरी के अंतिम तिथि को चार कलर्क और एक पीयून एक साथ सेवानिवृत्त हो गए। अब कोई ऐसा माह नहीं होगा जब कोई शिक्षक या शिक्षकेत्तर कर्मी सेवानिवृत्त नहीं होंगे। अब मात्र दस कलर्क और सात पीयून शेष रह गए हैं। शिक्षकों ने ¨चता व्यक्त करते हुए कहा कि नई बहाली नहीं होने से कॉलेज में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।