नहाय खाय के साथ महापर्व छठ आरंभ, खरना आज
लोक आस्था के पर्व छठ में सेवा भाव का समर्पण करने के लिए विभिन्न संस्थाओं में होड़ लगी है। चार दिवसीय सूर्योपासना का महापर्व जनतातीय बाहुल्य गुमला जिला में रविवार को आरंभ हो गया। व्रतियों ने नहाय खाय के पर्व के साथ चार दिवसीय इस कठिन व्रत करने का संकल्प लिया। उन्होंने भगवान भास्कर से अपना पर्व पूरा करने का अनुनय विनय किया। पवित्र सरोवरों और नदियों में स्नान कर व्रतियों ने अपने घरों में कद्दू भात बनाया। व्रतियों ने उसका ग्रहण किया और प्रसाद के रूप में उसका वितरण भी किया। इस पवित्र पर्व के साथ ही छठी मइया की गीत भी आरंभ हो गया है। प्रसाद बनाने के लिए गेंहू धोकर सुखाने का काम किया गया।
गुमला : लोक आस्था के पर्व छठ में सेवा भाव का समर्पण करने के लिए विभिन्न संस्थाओं में होड़ लगी है। चार दिवसीय सूर्योपासना का महापर्व जनजातीय बाहुल्य गुमला जिला में रविवार को आरंभ हो गया। व्रतियों ने नहाय-खाय के पर्व के साथ चार दिवसीय इस कठिन व्रत करने का संकल्प लिया। उन्होंने भगवान भास्कर से अपना पर्व पूरा करने का अनुनय विनय किया। पवित्र सरोवरों और नदियों में स्नान कर व्रतियों ने अपने घरों में कद्दू भात बनाया। व्रतियों ने उसका ग्रहण किया और प्रसाद के रूप में उसका वितरण भी किया। इस पवित्र पर्व के साथ ही छठी मइया की गीत भी आरंभ हो गया है। प्रसाद बनाने के लिए गेंहू धोकर सुखाने का काम किया गया। इस लोक आस्था के पर्व में व्रतियों की सेवा करने के लिए कई संस्थाएं आगे आ रही है। जहां नगर परिषद और समाजिक संस्थानों के युवा मंडलियों ने तालाबों की साफ सफाई की अभियान को आगे बढ़ाया वहीं विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठानों ने व्रतियों को राहत पहुंचाने के लिए लागत मूल्य पर पूजन सामग्री की बिक्री आरंभ कर दी है। सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व वार्ड सदस्य अनिल कुमार ने बताया कि व्रतियों को गेंहू मात्र 18 रुपये प्रति किलो की दूर से उपलब्ध कराया जा रहा है। उधर केसरी भंडार के संचालक हिमांशु केसरी ने बताया कि उनके प्रतिष्ठान में पूजन सामग्रियों की शुद्धता के साथ-साथ समान्य दिनों से कम मूल्य पर सामग्रियां उपलब्ध करायी जा रही है। उधर सिसई रोड में गुप्ता भंडार द्वारा लगाए गए स्टॉल पर लागत मूल्य पर पूजन सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है। रविवार को छठ व्रत की सामग्रियों की खरीददारी को लेकर बाजार गुलजार रहा। सभी लोग अपनी आवश्यकता और क्षमता के अनुसार पूजन सामग्री क्रय करने में लगे रहे।
पूजन सामग्रियों में नारियल 15 रुपये पीस, शुद्ध घी 180 रुपये से लेकर 400 रुपये प्रति किलो, नया अरवा चावल 28 रुपये प्रति किलो, चना दाल 64 रुपये प्रति किलो, नया गुड़ 35 रुपये किलो, सेंधा नमक पांच रुपये पैंकेट, काजू 770 रुपये, किशमिश 320 रुपये प्रति किलो, छोहड़ा 120 रुपये प्रति किलो, गोटा अखरोट 300 रुपये प्रति किलो, रिफाइन 80 रुपये किलो, चीनी 38 रूपये प्रति किलो, सूप एक सौ रुपये पीस, बांस दौरा 220 रुपये पीस मिल रहे हैं। बाजारों में नींबू शकरकंद, आवंला, मूली, पानी फल जैसे ग्रामीण उत्पाद भी उतारे गए हैं। गन्ना और अन्य फल की खरीददारी सोमवार और मंगलवार को तेजी से होने की संभावना है।
रथ पर सवार साढ़े आठ फीट की सूर्य मूर्ति होगा आकर्षण का केन्द्र
छठ पर्व गुमला शहर के सिसई छठ तालाब, वन छठ तालाब और मुरली बगीचा छठ तालाब पर हर साल की भांति इस साल भी पूरी श्रद्धा भक्ति और उल्लास के साथ संपन्न कराने की पूरी तैयारी चल रही है। गुमला शहर में भगवान सूर्य के मंदिर की कमी महसूस की जाती रही है। सूर्य मंदिर का निर्माण शहर से बाहर चेटर में जरूर हुआ लेकिन वहां व्रती नहीं पहुंच पाते हैं। सिसई रोड छठ तालाब की गठित पूजा समिति न्यू विशाल क्लब ने इस साल इस तालाब में रथ पर आरूढ़ भगवान सूर्य की मूर्ति को लगाने का प्रयास आरंभ कर दिया है। भगवान सूर्य के रथ को साथ घोड़े ¨खचते हुए दिखाई पड़ेंगे। चूंकि छठ सूर्योपासना का पर्व है। स्थानीय कलाकार राजकुमार प्रजापति रथ पर आरूढ़ सूर्य की प्रतिमा बनाने का काम कर रहे हैं। इस प्रतिमा स्थापन के काम में समिति के अध्यक्ष राहुल गुप्ता उर्फ तन्नू, लक्की जायसवाल, रॉकी जायसवाल, नीतिश कुमार, श्याम किशोर जायसवाल, सोनू खंडेलवाल, जगरनाथ पासवान, सौरभ ¨सह, दीपक एलआईसी, राहुल कुमार, मनोज ¨सह, ऋषभ गुप्ता, सोनू राजदीप, नैय्यर आलम आदि लगे हुए हैं।