बाल व्यापार व शोषण से बड़ा कोई अपराध नहीं : शत्रुधन
घाघरा : मुक्ति कारवां के राज्य समन्वयक शत्रुधन ओझा ने कहा है कि सुरक्षित बचपन ही उनके
घाघरा : मुक्ति कारवां के राज्य समन्वयक शत्रुधन ओझा ने कहा है कि सुरक्षित बचपन ही उनके संस्था का एक मात्र उद्देश्य है। रविवार को घाघरा के लार्ड बुद्धा एजुकेशन एकेडमी के परिसर में कल्याणकारी मानव विकास संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओझा ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बाल व्यापार एवं बाल शोषण से बड़ा कोई अपराध नहीं होता। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यर्थी द्वारा बचपन बचाने के लिए चलाए गए कदम का विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा कि बाल शोषण के खिलाफ गांव-गांव में प्रचार करने की जरूरत है। लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। बेटियों को बाहर न भेजने की अपील करते हुए राज्य समन्वयक ने कहा कि बचपन बचाओ आंदोलन के तहत यह कारवां पूरे देश में भ्रमण करेगा और बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि जागरूकता के अभाव में गुमला सिमडेगा खूंटी और लोहरदगा जिले की बेटियों को बेचा जा रहा है। जिससे यह जिला बदनाम है। इन जिलों में विशेष रूप से जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर अनिरूद चौबे, पवन केवट, उत्तम मोदी, सुरेश भगत, रमेश पासवान, सुलेखा कुमारी, अन्नपूर्णा कुमारी, गीता कुमारी, संगीता कुमारी आदि ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।