पुलिस बल के आठ जवानों को आइजी ने किया सम्मानित
गुमला: प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआइ कमांडर कृष्णा गोप को मुठभेड़ में मार गिराने वाले पुलिस क
गुमला: प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआइ कमांडर कृष्णा गोप को मुठभेड़ में मार गिराने वाले पुलिस कर्मियों को आइजी ऑपरेशन आशीष बत्रा ने सम्मानित किया। शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित सम्मान समारोह में एएसआइ बबलू बेसरा, पुलिस बल का जवान संदीप कुमार, पवन कुमार यादव, राजेश कुमार, प्रकाश तिग्गा, विनय केरकेट्टा, पवनवीर महतो, विरेंद्र कुमार यादव को आइजी आशीष बत्रा ने 25-25 हजार रुपये नकद व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। वहीं एसपी अंशुमान कुमार को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। जबकि एएसपी अभियान सरोज कुमार का हौसला बढ़ाते हुए आइजी ने कहा कि जल्दबाजी में आपका प्रशस्ति पत्र नहीं बन पाया है। मुख्यालय से आपके नाम प्रशस्ति आपको प्राप्त हो जाएगा। आइजी ने जवानों का पीठ थपथपाकर हौसला बढ़ाया। जवानों से बहाली का वर्ष किस जिले के होने की जानकारी भी ली। इसके बाद आइजी ने समारोह में उपस्थित जवानों को झारखंड पुलिस के जयकारे भी लगवाए। आइजी आशीष बत्रा ने कहा कि उग्रवादी सरेंडर करें या फिर गोली खाने के लिए तैयार रहें। क्योंकि पुलिस अब नक्सलियों को झारखंड से उखाड़ फेंकने का काम कर रही है। लगातार अभियान चलाया जा रहा है। छोटे संगठनों के खात्मा के लिए भी अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 48 मुठभेड़ हुए हैं। जिसमें 26 नक्सली मारे गए हैं। इनमें पीएलएफआइ, टीपीसी व माओवादी के सदस्य शामिल हैं। जबकि 175 ने सरेंडर किया है। उन्होंने कहा कि राज्य के बोर्डर वाले क्षेत्र में नक्सलियों की गति अत्यधिक है। जिस राज्य पुलिस का दबाव पड़ता है नक्सली दूसरे राज्य की ओर चले आते है। इसकी भी तैयारी की जा रही है। पड़ोसी राज्यों की पुलिस संयुक्त रुप से अभियान चलाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में बाहर के कुछ नक्सली अड्डा जमाए हुए हैं। लेकिन यह भी जल्द मारे जाएंगे। उन्होंने कहा कि नक्सली व आपराधिक संगठनों के पास आइडियोलाजी नहीं है। उनका उद्देश्य लूटपाट, लेवी वसूली व विकास के कार्य को बाधित करना है। अब लोग जागरुक हो रहे हैं।आम लोंगो के साथ पुलिस के अच्छे संबंध बनने लगे हैं। उन्होंने जल्द ही झारखंड से नक्सलियों व आपराधिक संगठनों के सफाया करने की बात कही। सम्मान समारोह के अवसर पर एसटीएफ के डीआइजी साकेत कुमार ¨सह, रेंज डीआइजी अमोल वी होमकर, एसपी अंशुमान कुमार आदि मौजूद थे।