भव्य कलशयात्रा के साथ गोपाष्टमी पूजा शुरू
रायडीह : रायडीह प्रखंड के करंजकुर गांव में शुक्रवार को निकाले गए भव्य कलश यात्रा के
रायडीह : रायडीह प्रखंड के करंजकुर गांव में शुक्रवार को निकाले गए भव्य कलश यात्रा के साथ दो दिवसीय गोपाष्टमी मेला आरंभ हो गया। 1001 कन्याएं व महिलाएं कलश यात्रा में शामिल हुईं। गाजे बाजे के साथ निकाले गए इस कलश यात्रा में लोगों ने जयकारे भी लगाए। पाला माड़ा नदी पर सामूहिक संकल्प लेने के बाद कलश में जल भरा गया। श्री राम जय राम जयजय राम का उदघोष करते हुए दो किलोमीटर की दूरी कलश यात्रियों ने तय की। शिव मंदिर में कलश स्थापित किए गए।
इसके बाद राम रेखा धाम के बाबा श्री श्री 108 श्री उमाकांत प्रपन्ना जी महराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गो माता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है। गो पूजन से घर में समृद्धि आती है और सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद गोपालक को मिलता है। गाय से दूध दही और घी की प्राप्ति होती है। गोपालक से लोग बलशाली होते हैं। गाय के गोबर से बने खाद जमीन की उर्वरा शक्ति को बढ़ाती है। गाय के गोबर से घरों की लिपाई की जाती है। इससे घर पवित्र होता है। उन्होंने गो पूजा, उसकी रक्षा और संवर्धन की आवश्यकता पर बल दिया। मेला के संस्थापक पंडित दिगंबर मिश्रा ने कहा कि कार्तिक महिना में हर रोज सूर्योदय के पूर्व स्नान करने और नदियों में दीप का प्रवाह करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। घर में सुख शांति और समृद्धि मिलते हैं। धर्म जागरण के झारखंड प्रमुख शिव मूर्ति ने भी अपने विचार व्यक्त किए। शुक्रवार के दिन के दो बजे से 24 घंटे का अख्ड हरीकिर्तन प्रारंभ हुआ। इस पर्व को सफल बनाने में मेला समिति के अध्यक्ष शंकर नाथ पांडेय, सचिव बाल मुकुंद ¨सह, महाप्रभु निषाद, वृंदा कुमार ¨सह, सच्चिदांद पंडा, भरत पंडा, भोपाल राम, जगतपाल राम, बिशुन उरांव, रमा प्रसाद साहु, बैजनाथ मिश्रा संतु ¨सह आदि लगे हुए हैं।