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एंटी रैबिज नहीं मिलने से छात्रा की हुई मौत

कुत्ता ने छात्रा और उसके भाई को दो दिन के अंतराल पर काटा था। एंटी रैबिज नहीं मिलने के कारण परिजन करा रहे थे झाड़-फूंक रिम्स में भर्ती लेने से किया था इंकार गांव में हुई छात्रा की मौत

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 09:21 PM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 09:21 PM (IST)
एंटी रैबिज नहीं मिलने से छात्रा की हुई मौत
एंटी रैबिज नहीं मिलने से छात्रा की हुई मौत

संवाद सूत्र,कामडारा : अस्पतालों में एंटी रैबिज इंजेक्शन की अनुपलब्धता के कारण मैट्रिक की परीक्षा लिख रही छात्रा संजना कुमारी की मौत 22 फरवरी को हो गई। उसे जनवरी में गांव में ही एक कुत्ते ने काट लिया था। उक्त कुत्ते ने उसके भाई को भी काटा है। अब छात्रा की मौत के बाद उनदोनों भाई-बहन के संपर्क में आने वाले सभी दहशत में हैं। घटना कामडारा प्रखंड के रामपुर पंचायत अंतर्गत चोरविदा गुर्री टोली की है। इस घटना का खुलासा रामपुर के मुखिया रोसालिया सोरेंग ने किया। संजना मैट्रिक की परीक्षार्थी थी, तीन विषयों की परीक्षा भी लिख चुकी थी। मृत छात्रा के पिता विसेंट डुंगडुंग और माता सिसिलिया डुंगडुंग ने बताया कि संजना उनकी एकलौती पुत्री थी। 14 जनवरी को कुत्ता ने उसके जांघ में काट लिया था। उसके बाद वे लोग उसका इलाज कराने के लिए सरकारी अस्पतालों की दौड़ लगाने लगे। 27 जनवरी को संजना का इलाज कराने कामडारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे लेकिन वहां एंटी रैबिज सूई नहीं मिली। परिजन कोनबीर मिशन अस्पताल और कोलेबिरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी गए वहां भी सूई नहीं मिली। जिस कारण परिवार वाले मायूस होकर झाड़ फूंक कराने लगे। दो तीन जगहों पर झाड़ फूंक कराया गया। मैट्रिक के तीसरे विषय की परीक्षा लिखकर घर आने के बाद संजना कुत्ता जैसे व्यवहार करने लगी। उसकी पूरे शरीर में संक्रमण फैल गया। तबीयत बिगड़ गयी तो कोनबीर अस्पताल ले जाया गया। जहां से चिकित्सकों ने रिम्स रेफर कर दिया। लेकिन वहां चिकित्सकों ने भर्ती करने से इंकार कर दिया कि यह 72 घंटा तक ही जिदा बचेगी। चिकित्सकों का कहा सत्य साबित हुआ। कुत्ता ने उसके भाई अरविद को काटा था उसका इलाज कराया जा रहा है।

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छात्रा की मौत के बाद चोरविदा गांव में भय का माहौल बना हुआ है। उन लोगों के संपर्क में एक दर्जन लोग आए थे। वायरस से संक्रमित लोगों में वेनेदिकता केरकेट्टा, गुलशन डुंगडुंग, सुजाता डुंगडुंग, दिव्या डुंगडुंग, प्रमित सोरेंग, अंजनी डुंगडुंग, सुष्मिता डुंगडुंग, एरमा सोरेंग, विसेंट डुंगडुंग, सिसिलिया डुंगडुंग, संतरा डुंगडुंग के नाम शामिल है। सभी लोग 25 फरवरी को सूई लेने के लिए गुमला सदर अस्पताल आए। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कामडारा में एक माह पहले बीस वाइल एंटी रैबिज उपलब्ध करायी गई थी। पागल कुत्ता काटने पर रोगी को सात वाइल और पालतू कुत्ता काटने पर तीन वाइल इंजेक्शन देने का प्रावधान है। एंटी रैबिज की कमी की जानकारी गुमला सिविल सर्जन को दी जा चुकी है।

डा.एमकेएम शाही

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कामडारा


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