आर्थिक तंगी से परेशान किसान ने की आत्महत्या
सिसई : सिसई प्रखंड के सकरौली गांव में शुक्रवार की सुबह आर्थिक तंगी से परेशान लघु किसान बाकेश्वर उर
सिसई : सिसई प्रखंड के सकरौली गांव में शुक्रवार की सुबह आर्थिक तंगी से परेशान लघु किसान बाकेश्वर उरांव (42) ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान के आत्महत्या करने की सूचना के बाद पुलिस हरकत में आयी और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया। फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले किसान की पत्नी रोपनी उराइन ने बताया कि उसका पति मजदूरी करने के लिए गुमला जाता था। रोज कमाकर लाता था, तब घर परिवार चलता था। सिसई में उसे काम नहीं मिल रहा था इस कारण से वह परेशान रहते थे। पिछले तीन दिनों से उसका पति काफी ¨चतित रहा करता था। वह कहा करता था कि अब वर्षा होने लगी है, खेती बारी का समय आ गया है, पैसा नहीं हैं, बैल भी खरीदना है, खेत भी जोतना है। पैसा नहीं है ऐसे में इस साल खेती कैसे होगा। रोपनी के अनुसार उसका पति इन दिनों खेती- किसानी के लिए बहुत ¨चतित रहते थे। शुक्रवार की सुबह में उसके पति ने आंगन साफ करने के लिए झाड़ू मांगा, उसने झाडू दी। उसके बाद वह खेत में गोबर फेंकने चली गई। गोबर फेंकर जब वह घर लौटी तो अपने पति को घर में रस्सी के फंदे से झूलता हुआ पाया। रोपनी से शोर मचायी, आस पास के लोग आए। झटपट फांसी के फंदे को काटा गया। लेकिन उसके पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। रोपनी ने बताया कि उसके दो पुत्र है। उनमें 18 वर्षीय रवि उरांव बीएन जालान कालेज का छात्र है और छोटा पुत्र किशुन उरांव संत तुलसीदास स्कूल में नौंवी कक्षा का छात्र है। क्या कहते हैं बीडीओ
सिसई के प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोरंजन कुमार का कहना है कि आर्थिक तंगी के कारण किसान ने आत्महत्या नहीं की है। उसके घर में अनाज है। आत्महत्या का कारण कुछ और हो सकता है।