दो बच्चों की मौत से दहला क्षेत्र
गुमला : टोटो के पास शनिवार की दोपहर बाद पिता और दो पुत्रों की मौत से लोगों का दिल दहल
गुमला : टोटो के पास शनिवार की दोपहर बाद पिता और दो पुत्रों की मौत से लोगों का दिल दहल गया। अपने पति और दो पुत्रों को खोने वाली बसुआ फट्टी चारोटोली की रहने वाली महिला चंद्रमुनी देवी सदर अस्पताल के गेट पर दहाड़ मार रही थी। वह रोते रोते कह रही थी कि मोर दु गो छउआ रहे, ऊ भी छोइड़ के चइल गेलक अब केकर सहारा जीबू.., चंद्रमुनी के विलाप में पुत्रों और पति के खोने का दर्द था। परिजन उसे चुप कराने की कोशिश करा रहे थे लेकिन जो चुप कराने जा रहे थे उसी के आंखों से आंसू छलक जा रहे थे। लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। अस्पताल में नहीं थी दवा
आपात स्थिति में इलाज के लिए अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध नहीं है। दो पुत्रों को खोने वाला मंगरु कुजूर को जब इलाज के लिए अस्पताल के वार्ड में ले जाया गया तो वहां पर मौजूद नर्सों ने दवा और सूई का नाम लिखकर पर्चा एक परिजन को दे दिया। परिजनों से कहा गया कि दवा बाजार से खरीदनी होगी। यहां यह दवा उपलब्ध नहीं है। परिजन अस्पताल परिसर से बाहर गए और दवा खरीदकर लाए। जब तक दवा अस्पताल में पहुंचाए जाते तक तक मंगरु के प्राण निगल गए थे। पत्नी गई थी बेड़ो
चंद्रमुनी अपने मायके वालों के साथ बेड़ो गई थी। बेड़ों में सगे संबंधियों से मिलने के बाद बोलेरो से सभी परिजन लौट रहे थे। गुमला के पास पहुंचने पर किसी ने दुर्घटना की जानकारी उन लोगों को दी। वे सभी अस्पताल पहुंचे। तब चंद्रमुनी को पता चला कि उसके दो पुत्र ही थे जो अब इस दुनिया में नहीं रहे।
स्कार्पियों की टक्कर से मोटरसाइकिल का अगला भाग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि मोटरसाइकिल चला रहे मंगरु ने सड़क से मोटरसाइकिल को सड़क से उतार दिया था। घटना के बाद मोटरसाइकिल का लाइट टूटकर 35 फीट दूर जा गिरा था।