योजनाओं के क्रियान्वयन में स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी अहम
गोड्डा योजनाओं के क्रियान्वयन में स्वयंसेवी संस्थाओं को अहम भागीदारी निभानी होगी। ये बातें र
गोड्डा : योजनाओं के क्रियान्वयन में स्वयंसेवी संस्थाओं को अहम भागीदारी निभानी होगी। ये बातें रविवार को उपायुक्त भोर सिंह यादव ने सभी संस्थाओं के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि जिले में मुख्य रूप से आजीविका सुदृढ़ीकरण, स्वास्थ्य एवं पोषण, बाल संरक्षण एवं अधिकार, वन अधिकार अधिनियम, मनरेगा, महिला सशक्तीकरण और शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए विभिन्न संस्थाएं काम कर रहीं हैं। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं मसलन दीदी बाड़ी योजना, मनरेगा आदि में स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी अहम है। योजनाओं में अधिक से अधिक आम लोगों को भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सबसे पहले ग्रामीणों को जागरूक करना है। बाल मजदूरी और बाल विवाह का संपूर्ण उन्मूलन करने एवं बाल संरक्षण के ऊपर गोड्डा जिले में और प्रभावी तरीके से कार्य करने की जरूरत पर बल दिया गया। उपायुक्त ने बताया कि विद्यालय प्रबंधन समिति को सुचारू करना, ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का पालन करना, कुपोषण से लड़ने के लिए एमटीसी को और बेहतर बनाना है। इसके लिए ग्राम स्तर पर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। इस दौरान उपायुक्त के समक्ष सभी स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधियों ने अपनी संस्था की ओर से किए जा रहे कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। वीडियो कॉफ्रेंसिग में मुख्य रूप से प्रदान, साथी, बदलाव फाउन्डेशन, ग्रामीण विकास ट्रस्ट, वर्ल्ड विजन, एकजुट, ग्राम रचना जैसी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।