जीवों की सेवा ही शिव की पूजा
गोड्डा : जितने जीव हैं उतने ही शिव हैं। अत: जीवों की सेवा ही शिव की पूजा है। उक्त बातें
गोड्डा : जितने जीव हैं उतने ही शिव हैं। अत: जीवों की सेवा ही शिव की पूजा है। उक्त बातें पूरी स्थित गोवर्धन मठ के प्रवचनकर्ता आचार्य ओमप्रकाशजी महाराज ने रविवार शाम पथरगामा प्रखंड के कोरका गांव में चल रहे श्रीश्री 108 शिव महापुराण कथा ज्ञान महायज्ञ के दौरान व्यासगद्दी से कहीं। उन्होंने कहा कि कर्मयोग की प्रधानता सभी युगों में रही है। कर्मयोगी सर्वत्र सफलता प्राप्त करते है। स्वयं भगवान कृष्ण ने गीता में अपने वचन से कर्म को ही प्रधानता दी है। इस दौरान देवघर के जाने माने गायक कमल कृष्ण कर्महे एवं बोदरा के युवा चर्चित गायक कौशल किशोर झा के भजन पर बौंसी के ¨सथेसाइजर प्लेयर पुतुल झा व चकेश्वरी के नाल वादक विश्वजीत की युगलबंदी लोगों को भक्ति रस से सराबोर कर रही है। इस अवसर पर यजमान रामस्वरूप रामदास, योग गुरु दीप नारायण साह, ग्रामीण मणिकांत मंडल, सत्यकाम राहुल सहित बड़ी संख्या में कोरका एवं आसपास के महिला व पुरुष श्रोता उपस्थित थे।