मां व विक्षिप्त किशोरी की प्रशासन ने की मदद
वृद्ध माँ और विक्षिप्त किशोरी को अब नहीं खाना होगा ठोकर
गोड्डा : बाल संरक्षण पदाधिकारी विकास चंद्र की पहल पर वृद्ध महिला और उनकी विक्षिप्त पुत्री की दयनीय अवस्था को देखते हुए इस परिवार को अंत्योदय योजना अंतर्गत पीला राशन कार्ड निर्गत कर दिया गया है। अब इस परिवार को दर-दर की ठोकर नहीं खानी पड़ेगी और अन्न के लिए किसी की दया पर आश्रित नहीं होना होगा। इस परिवार को अब नियमित और पर्याप्त राशन मिलेगा। बालिका को स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ने के लिए उन्होंने जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी और बाल कल्याण समिति, गोड्डा को अपना प्रस्ताव दिया है, जो प्रक्रियाधीन है। सिविल सर्जन को बेहतर इलाज और विकलांगता प्रमाण पत्र आवंटित करने को लेकर पत्राचार किया गया है। यह महिला और बीमार पुत्री शहर में अक्सर सार्वजनिक स्थल पर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में नजर आती है। महिला के कथनानुसार, उनकी पुत्री तीन बार ब्रेन मलेरिया का शिकार होने के कारण मानसिक रूप से विकलांग हो चुकी है। परिवार में मां बेटी के सिवा कोई नहीं है। पिता का देहांत तकरीबन 10-15 वर्ष पहले हो गया है। तब बच्ची गोद में ही थी। परिवार में कोई लड़का भी नहीं है। पैतृक गांव में संबंधियों ने विवाद कर घर जमीन हड़प लिया। अभी लाचार होकर महिला अपनी पुत्री के साथ राजदाहा, पोड़ैयाहाट रिश्तेदार के घर में रहती हैं । बीमार पुत्री की वजह से उन्हें अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं। सारा दिन बीमार पुत्री के पीछे रहना पड़ता है । इस कारण वे कोई रोजगार भी नहीं कर पातीं हैं। आय का कोई स्त्रोत नहीं है। मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता मुजफ्फर आलम उपस्थित हुए।
उपायुक्त किरण पासी के नेतृत्व में जिला प्रशासन और जिला बाल संरक्षण इकाई की पूरी टीम चारों पहर सजग होकर जरूरतमंद की सेवा के लिए तत्पर हैं। इस कार्य में पूरी तन्मयता और निष्ठा के साथ सभी विभाग एवं पदाधिकारी अपनी सेवा अíपत कर रहे हैं। साथ ही अपील किया गया कि इस महिला और परिवार का कोई स्थायी पता और मोबाइल नं न होने के कारण संपर्क करने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। आम जन से निवेदन किया गया है कि यदि किन्ही को यह दिखती हैं तो कृपया इसकी सूचना शीघ्र ही जिला बाल संरक्षण इकाई गोड्डा को दें ताकि उन्हें राशन कार्ड सुपुर्द किया जा सके।