बिजली संकट के लिए अधिकारी से नेता तक सब जिम्मेदार
गोड्डा : जिले की बिजली की दुर्दशा के लिए अधिकारी से नेता तक सभी जिम्मेदार हैं। बिजली की बद
गोड्डा : जिले की बिजली की दुर्दशा के लिए अधिकारी से नेता तक सभी जिम्मेदार हैं। बिजली की बदहाली पर गोड्डा बंद का आह्वान करने वाले प्रदीप यादव की गिनती कभी राज्य में मुख्यमंत्री के बाद सबसे कद्दावर मंत्रियों में होती थी लेकिन उन्होंने डबल सर्किट लाइन व पावर ग्रिड के लिए कोई कदम नहीं उठाया जिसका परिणाम आज सामने हैं। हेमलाल मुर्मू भी कुछ समय तक राज्य में मंत्री रहे लेकिन उनकी उपलब्धि भी इस मामले में शून्य रही। पूर्व सांसद फुरकान के पास भी इस मामले में कहने के लिए कुछ भी नहीं है। वे 2004 से 2009 तक यहां के सांसद रहे। गोड्डा के पूर्व विधायक संजय यादव दो बार यहां के विधायक रहे लेकिन बिजली में सुधार के लिए एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाया। तत्कालीन विधायक रघुनंदन मंडल ने विधानसभा में ग्रिड के मामले को उठाया था। हालांकि उनके पुत्र अमित मंडल दो वर्ष में भी इसे धरातल पर नहीं उतार सके। लंबे समय तक ग्रिड के लिए जमीन आवंटन का मामला अटका रहा। बाद में इसकी स्वीकृति मिली सितंबर 2017 में इस कार्य को पूरा हो जाना था लेकिन सितंबर 2018 तक के भी इस कार्य के पूरा होने पर संशय हैं। क्या है समस्या : धनकुंडा ग्रिड से गोड्डा के बीच सिंगल सर्किट लाइन ओवरलोड है। डबल सर्किट पर विगत एक दो साल से काम चल रहा है। पहले तो सप्ताह में एक-दो बार लाइन ब्रेकडाउन होता था। अब तो एक दिन में दो-दो बार लाइन ब्रेकडाउन होने लगा है। मंगलवार से बुधवार तक 24 घंटा में दो बार मेन लाइन ब्रेक डाउन हुआ जिसके कारण करीब 15 घंटा बिजली की आपूर्ति ठप रही।
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शहर के साथ-साथ गोड्डा ग्रामीण व पोड़ैयाहाट क्षेत्र में बिजली की मांग बढ़ी है जिसके कारण मेनलाइन ओवरलोड चल रहा है और एक सप्ताह से नई गड़बड़ी हो रही है। स्थाई समाधान के लिए लाइन का डबल सर्किट होना व ग्रिड सबस्टेशन का निर्माण जरूरी है।
- गोपाल प्रसाद वर्णवाल, कार्यपालक विद्युत अभियंता गोड्डा
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इसी माह हो सकता है ग्रिड का शिलान्यास
गोड्डा : लचर बिजली व्यवस्था के बीच एक उम्मीद की किरण है कि इस माह गांधीग्राम के लकड़ापहाड़ के पास प्रस्तावित ग्रिड सबस्टेशन का शिलान्यास हो सकता है। विभागीय सूत्र के अनुसार 20 जुलाई या इसके पहले एनओसी मिल जाएगा जिससे शिलान्यास का रास्ता साफ हो जाएगा। संचरण निगम के अधीक्षण अभियंता आरएल पासवान ने बताया कि प्रस्तावित ग्रिड सबस्टेशन को लेकर मुख्यालय से संबंधित एजेंसी को जल्द से जल्द कार्य करने के लिए कहा गया है। धनकुंडा ग्रिड से गांधीग्राम के बीच लगनेवाले 78 टावर में 73 टावर पर कार्य पूरा हो चुका है। उधर, दुमका के मदनपुर से गांधीग्राम गोड्डा के बीच लगनेवाले 248 टावर में से 234 पर कार्य पूरा हो चुका है। इसी माह एनओसी मिल जाने की उम्मीद है
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क्या सोचते हैं आम लोग
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जिला मुख्यालय से महज आठ किलोमीटर दूरी पर गांव है लेकिन 24 घंटा में चार-पांच घंटा ही बिजली लोगों को मिल पा रही है। बीते तीन माह से स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। इतनी दुर्गति तो बिहार के समय में भी नहीं थी। बिहार के गांवों में 17-18 घंटा बिजली मिल रही है। सरकार को ध्यान देना चाहिए।
- रामकिंकर झा, किसान
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बिजली की इतनी कुव्यवस्था हमलोगों ने कभी नहीं देखी थी। शहरवासी भीषण गर्मी में बेहाल हैं। यहां संसाधन की कमी है इसके लिए सरकार व बिजली विभाग की व्यवस्था सीधे तौर पर जिम्मेदार है। लोग इसका दंश झेल रहे हैं।
- तनुज कुमार, अधिवक्ता, गोड्डा कोर्ट
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बिजली की समस्या से लोग विगत तीन वर्षो से गंभीर रूप से जूझ रहे है। समस्या सुलझने के बजाय खराब ही होती जा रही है। अब तो स्थिति यह है मेन लाइन एक दिन में दो बार ब्रेक डाउन हो जा रहा है। अगर समय रहते इस पर पहल नहीं हुई तो आगे वाले समय में और भी गंभीर समस्या से लोगों को जूझना पड़ेगा।
- इम्तियाज अहमद, असनबनी
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------------- बिजली संकट से बड़ी आबादी जूझ रही है इसके लिए बिजली विभाग के उच्च पदाधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार है जिसके कारण गोड्डा को न तो संसाधन मिल रहा है न ही सही तरीके बिजली मिल पा रही है जिसके कारण आम लोग समस्या से जूझ रहे हैं।
इंद्रजीत शर्मा, व्यवसायी
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संताल परगना के किसी भी जिला मुख्यालय में बिजली व्यवस्था की इतनी दुर्गति नहीं होगी जितना गोड्डा जिला मुख्यालय में है। जहां हर दिन लाइन ब्रेक डाउन हो रहा है। काल बन रहा है और फाल्ट हो रहे है जिसके कारण करीब दस-बारह घंटा बिजली 24 घंटा में कट रही है।
- गुड्डू कुमार, लोहियानगर
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