पत्थर पर लकीर बनाने के लिए साहस जरूरी : सीएम
सुंदरपहाड़ी : मक्खन पर लकीर खींचना आसान है पर पत्थर पर लकीर बनाने के लिए साहस की जरूरत
सुंदरपहाड़ी : मक्खन पर लकीर खींचना आसान है पर पत्थर पर लकीर बनाने के लिए साहस की जरूरत है। जनता की जो अपेक्षाएं सरकार से है उसे पूरा करना होगा। इसके लिए जरूरी है कि प्रक्रिया को सरल व सहज हो। ज्यादा से ज्यादा मामलों को जिला स्तर पर सुलझाया जाना चाहिए।
ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहीं। वह मंगलवार को जिले के सुंदरपहाड़ी प्रखंड की आदिवासी बहुल पंचायत चंदना के ग्रामीणों से वीडियो संवाद के माध्यम से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक पंचायत स्तर पर जनता दरबार का आयोजन जिले के उपायुक्त सुनिश्चित करें। उन जनता दरबार में जिला स्तरीय पदाधिकारी शामिल हों और छोटी-छोटी समस्याओं का वहीं से निदान करें। उपायुक्त इसकी समीक्षा नियमित रूप से करें। ऐसी व्यवस्था करें कि लोगों को डायल 181 पर आने की जरूरत ही नहीं पड़े। विस्थापितों के दर्द से अवगत कराते हुए कहा कि आज उनका आवासीय प्रमाण पत्र व अन्य सरकारी दस्तावेज नहीं बन पा रहा है। जबकि, उनका राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को शिविर लगाकर विस्थापितों को पट्टा देने को कहा। भगवान नहीं करेगा गांव का विकास :
गांव का विकास कोई भगवान नहीं करेगा। अपने गांव-प्रदेश से हमें ही प्यार करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि 50 फीसद आबादी से ज्यादा वाले आदिवासी गांव में आदिवासी विकास समिति का गठन किया जाएगा। अध्यक्ष गांव की महिला व सचिव गांव का युवा होगा। पांच लाख तक की योजना समिति से स्वीकृत होगी। राशि का 80 फीसद अनुदान सरकार सीधे समिति के खाते में हस्तांतरित कर देगी। शेष 20 फीसद श्रमदान कर योजना को पूरा करें। मुख्यमंत्री जनसंवाद के तहत दर्ज मामलों के निष्पादन के बारे में भी पूछा। मौके पर मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा, डीआरडीए निदेशक अरुण कुमार एक्का, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रेखा कुमारी, सामाजिक सुरक्षा कोषांग के निदेशक नियाज अहमद, सुंदरपहाड़ी बीडीओ सौरव सुमन व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। लाइव प्रसारण देखने को उमड़ी भीड़ : मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के लिए चंदना मोड़ पर जिला जनसंपर्क विभाग द्वारा एलईडी वैन लगाई गई थी। पंचायत भवन में प्रवेश पाने से वंचित रह गए लोगों ने यहां प्रसारण देखा। उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह का कार्यक्रम पंचायत में पहली बार हुआ है। सुबह आठ बजे से ही ग्रामीण चौक पर खड़े एलईडी वैन को निहार रहे थे।
--------------
इसे बाक्स में लगाएं
ग्रामीणों ने पंचायत भवन के समक्ष किया हंगामा
संवाद सहयोगी,
सुंदरपहाड़ी : कार्यक्रम का आयोजन पंचायत भवन के कमरे में किया गया था। कमरे में सीमित लोगों का ही प्रवेश था। ऐसे में अंदर प्रवेश से वंचित रह गए लोगों ने पंचायत भवन के समक्ष हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने एक सुनियोजित योजना के तहत कुछ चिह्नित लोगों को ही पंचायत भवन में प्रवेश कराया। ऐसे में मुख्यमंत्री के समक्ष सही बात नहीं जा सकी। गांव की मूलभूत समस्याओं को वह मुख्यमंत्री के समक्ष नहीं रख सके। इसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश था। पहले तो सब कुछ ठीक था, लेकिन जैसे ही लाइव प्रसारण के दौरान मुख्यमंत्री ने चंदना गांव के ग्रामीणों से बात शुरू की गांव के कुछ लोग
पंचायत कार्यालय के समक्ष हंगामा करते हुए पंचायत भवन में प्रवेश करने की बात कहने लगे। हालांकि, मौके पर तैनात पुलिस निरीक्षक बज्र किशोर प्रसाद व अन्य पुलिस वालों ने ग्रामीणों को समझा बुझा कर मामला शांत किया।