तालाब काटने के खिलाफ एकजुट हुए ग्रामीण
ललमटिया : ईसीएल के राजमहल एरिया प्रबंधन द्वारा लगातार नियम-कानून को ताक पर रखकर बसडीहा
ललमटिया : ईसीएल के राजमहल एरिया प्रबंधन द्वारा लगातार नियम-कानून को ताक पर रखकर बसडीहा में खनन कार्य करने के खिलाफ ग्रामीण एकजुट होने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि आसपास के ¨हदू बसडीहा गांव के दक्षिणी किनारे पर स्थित बड़ा हीर पोखर में वर्षों से महापर्व छठ करते हैं। नवंबर के दूसरे सप्ताह में यह पर्व है लेकिन राजमहल परियोजना खनन कर पोखर को समाप्त करना चाहती है। ग्रामीणों का कहना था कि हम सभी ग्रामीण राजमहल परियोजना की दमनकारी नीति से परेशान हैं। ग्रामीण खनन कार्य के लिए जमीन देने के लिए तैयार हैं। नियमानुसार जमीन का अधिग्रहण कर गांव को विस्थापित कर खनन कार्य किया जाना चाहिए लेकिन प्रबंधन ने गांव को विस्थापित किए बिना खनन शुरू कर दिया है। पोखर कट जाने से ग्रामीण पूजा अर्चना के बाद काली मां की प्रतिमा का विसर्जन कहां करेंगे? छठ व्रती छठ पर्व कहां करेंगे इसको लेकर काफी ¨चतित हैं। पोखर में पानी न रहने के कारण कर्मा और जितिया भी महिलाओं को खदान के पानी में स्नान करना पड़ा था। ग्रामीणों ने बताया कि यदि प्रबंधन छठ के पूर्व पोखर की साफ सफाई एवं पानी भरने का कार्य नहीं करता है तो वे लोग आंदोलन करेंगे। 27 सितंबर को राजमहल हाउस में उपायुक्त, राजमहल परियोजना के प्रभारी महाप्रबंधक एवं बसडीहा ग्रामीणों के बीच बसडीहा पोखर को लेकर बातचीत हुई थी। उपायुक्त ने राजमहल परियोजना के प्रभारी महाप्रबंधक को इस दिशा में यथोचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया था जिसके बाद भी कटाई शुरू कर दी गई है। पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम ने घटनास्थल पर पहुंचकर मशीन को बंद करने का निर्देश दिया एवं प्रबंधन से भी बातचीत की।