Move to Jagran APP

सूरज की रोशनी से रोशन होगा मंडल कारा

गोड्डा : इस दीपावली मंडल कारा सौर ऊर्जा से रोशन होगा। इसके लिए मंडल कारा में वाय¨रग व

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 06:44 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 06:44 PM (IST)
सूरज की रोशनी से रोशन होगा मंडल कारा
सूरज की रोशनी से रोशन होगा मंडल कारा

गोड्डा : इस दीपावली मंडल कारा सौर ऊर्जा से रोशन होगा। इसके लिए मंडल कारा में वाय¨रग व सोलर प्लांट इंस्टालेशन का काम पूरा हो गया है। दीपावली के दिन उपायुक्त किरण कुमारी पासी इसका उद्घाटन करेंगी। इससे विभाग को आर्थिक रूप से काफी फायदा होगा। वर्तमान में बिजली गुल होने पर पूरे परिसर को रोशन करने के लिए जेनरेटर का सहारा लेना पड़ता है। इसमें डीजल की काफी खपत होती थी। अब डीजल की खपत घटेगी जिससे आर्थिक रूप से फायदा होगा। गौरतलब हो कि जिले में बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी दयनीय है। गर्मी की तो बात छोड़ दीजिए जाड़े के मौसम में भी यहां बिजली की किल्लत रहती है। इसे देखते हुए पिछले साल तत्कालीन उपायुक्त भुवनेश प्रताप ¨सह ने बिजली की खपत को कम करने साथ ही बिजली आपूर्ति बार-बार बाधित होने की समस्या से निजात दिलाने के लिए मंडलकारा को सौर ऊर्जा से रोशन करने का निर्णय लिया था। इसी क्रम में जिला प्रशासन ने झारखंड रीनिवेबल इनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (जेआरईडीए) को प्रस्ताव भेजा। प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद सोलर यूनिट इंस्टाल करने का काम चल रहा था जिसे पूरा कर लिया गया है। दीपापली के दिन इसका उद्घाटन किया जाएगा। सोलर प्लेट को मंडलकारा की छत पर लगाया गया है। सुरक्षा व्यवस्था होगी मजबूत : वर्तमान में जेल की सुरक्षा के लिए वहां सीसीटीवी कैमरा इंस्टाल किए गए हैं जिनके संचालन के लिए बिजली की जरूरत होती है। बिजली करने पर जेनरेटर के संचालन तक वह कैमरा बंद हो जाता है। अब सोलर प्लांट लगने के बाद बिजली कटने के बाद स्वत: सोलर ऊर्जा की आपूर्ति शुरू हो जाएगी जिस वजह से कैमरा बंद नहीं हो पाएगा। इससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। साल में पांच लाख तक की होगी बचत : सोलर ऊर्जा से मंडल कारा प्रशासन को आर्थिक फायदा भी होगा। वर्तमान में वहां जेनरेटर के संचालन पर प्रतिमाह 50-60 हजार रुपए खर्च किए जाते हैं। इस प्रकार से साल में करीब सात लाख रुपए का डीजल जेनरेटर में जल जाता है। मंडल कारा प्रशासन को उम्मीद है कि ज्यादा बिजली कटने पर कभी-कभार जेनरेटर चलाना पड़ सकता है। इसपर अब साल में दो लाख रुपये तक ही खर्च आएगा। साल में पांच लाख रुपये तक की बचत होने की उम्मीद है। कहां-कहां है व्यवस्था : वर्तमान में समाहरणालय, कोर्ट परिसर व वन विभाग के कार्यालय में सोलर ऊर्जा से लाइट जलती है व पंखें चलते हैं। मंडल कारा में भी अब इसकी व्यवस्था हो गई है। भविष्य में अन्य सरकारी कार्यालयों में भी सोलर प्लांट लगाने की योजना है।

loksabha election banner

-------------------------

वर्जन :::

मंडल कारा में बिजली व जेनरेटर की व्यवस्था के साथ सौर ऊर्जा से भी काम होगा। यह वैकल्पिक है। बिजली कटने पर इसका उपयोग किया जाएगा। इससे बिजली बिल में तो कमी नहीं आएगी लेकिन जेनरेटर में डीजल की खपत कम होने की उम्मीद है। अब सीसीटीवी कैमरा भी हर समय काम करेगा जिसे यहां की सुरक्षा व्यवस्था की सख्त रहेगी।

मनोज कुमार, जेल अधीक्षक, मंडल कारा

फोटो 101


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.