आम की टहनी काटने को दो समुदायों में तनाव
मेहरमा : शंकरपुर में शुक्रवार को ताजिया जुलूस ले जाने के दौरान गांव में करीब सौ साल पुर
मेहरमा : शंकरपुर में शुक्रवार को ताजिया जुलूस ले जाने के दौरान गांव में करीब सौ साल पुराने करीब दस आम के वृक्ष की टहनी जबरन काट लेने से गांव में तनाव उत्पन्न हो गया। हालांकि घटना की सूचना पर अंचलाधिकारी खगेन महतो, थाना प्रभारी जैनुल आबेदीन सशस्त्र पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। इस दौरान लोगों को समझा बुझाकर तत्काल मामला शांत कराया। दोनों पक्षों के बीच मिल जुलकर पहलाम करा लेने पर सहमति बनी। शनिवार को दोनों समुदाय की बैठक आयोजित कर मामले को सुलझाने की बात कही गई। पंचायत में मामला सुलह नहीं होने पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही गई। बागीचा मालिक मनोज सिन्हा व अन्य ने बताया कि मुहर्रम जुलूस के दौरान एक समुदाय के लोगों द्वारा जबरन उनलोगों के बगीचा में लगे आम के वृक्ष की मोटी- मोटी टहनी को काट लिया गया। वहीं गांव के अमर कुमार की चारदिवारी के अंदर घुसकर आम की मोटी मोटी टहनी को काट दिया गया। मना करने पर भी कोई असर नहीं हुआ। इससे दूसरे समुदाय के लोगों में आक्रोश उत्पन्न हो गया। हालांकि लोगों ने काफी संयम से काम लिया व तुरंत इसकी सूचना अंचलाधिकारी व थाना पुलिस को दी। थाना प्रभारी जैनुल आबेदीन ने कहा कि जुलूस निकालने के पूर्व टहनी काटने के संबंध में न तो बगीचा मालिक, ग्रामीण और न तो प्रशासन से ही अनुमति ली गई। थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को पंचायत में मामला सुलझाने को कहा। पंचायत में मामला नहीं सुलझाने पर जबरन वृक्ष की टहनी काटने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही। उधर, क्षेत्र के बुद्धिजीवियों ने जबरन वृक्ष की टहनी काटने की कड़ी ¨नदा की है।लोगों का कहना है कि जुलूस निकालने के पूर्व यदि कहा जाता तो कुछ न कुछ रास्ता निकल सकता था। जान बूझकर कुछ लोगों ने दोनों समुदायों के बीच तनाव पैदा करने का काम किया जो आजतक कभी नहीं हुआ। वैसे लोगों को चिह्नित कर उसके खिलाफ कार्रवाई की बात कही।