शहीदों के पदचिन्हों पर चलकर बेहतर काम करें जवान : एसपी
शहीद के पदचिन्हों पर चलकर बेहतर काम करें जवानएसपी
गोड्डा : नगर थाना परिसर में पुलिस संस्मरण दिवस आयोजित कर देश की बाह्य व आंतरिक सुरक्षा में शहीद हुए जवानों को पुलिस परिवार ने एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल की अगुवाई में कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धांजलि अíपत की। मौके पर पुलिस अधीक्षक ने शहीद के परिवार को शॉल देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही कहा कि जिला पुलिस उनके सुख दुख में हमेशा साथ है। जब जरूरत पड़े उन्हें जरूर जानकारी दें। इसके पूर्व पुलिस अधीक्षक ने झारखंड में इस साल शहीद हुए पांच पुलिस अधिकारी व जवान सहित जिला के पांच शहीदों का नाम पढ़ा। इसमें जिला से पूर्व में अपराधियों से लोहा लेते शहीद हुए बलबड्डा के तत्कालीन थाना प्रभारी प्रेमशंकर पांडेय, सुंदरपहाड़ी के कटहलडीह में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवान सुरेंद्र साह, गुमला में शहीद छोटेलाल मुर्मू, लातेहार में शहीद देवकुमार महतो व गढ़वा के भंडारिया में शहीद संदीप कुमार झा के नाम शामिल है। एसपी सहित आलाधिकारी व जवानों ने शहीद के तस्वीर पर माल्यार्पण किया। जहां जवानों ने शोक सलामी दी। मौके पर पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल ने कहा कि प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को हम उन अधिकारी व जवानों की शहादत को याद करते है जो देश और नागरिक की सुरक्षा में अपनी जान की बाजी लगा देते हैं। ऐसे वीरों की शहादत में पुलिस परिवार को कर्तव्य के साथ ही कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। कहा कि समय के साथ पुलिस की चुनौती और जनता की अपेक्षा बढ़ी है। आज के दिन हम उन जवानों व अधिकारी को याद करते हैं जिन्होंने देश की सुरक्षा में आतंकवादी, उग्रवादी व अपराधियों से लोहा लेते हुए अपने प्राणों की आहूति दे दी। कहा कि शहीदों के पदचिन्हों पर चलकर पुलिस कर्मी अपनी सेवा बेहतर तरीके से दे सकते है। पुलिस की नौकरी चुनौती से भरा होता है। समाज के सुरक्षा के प्रति पुलिसकर्मियों का दायित्व बढ़ा है। 1959 में आज ही के दिन लद्दाख के हाट स्प्रिंग में चीनी सेना के आक्रमण में सीआरपीएफ के अधिकारी करम सिंह चीनी सेना से लोहा लेते हुए 20 जवानों के साथ शहीद हो गये थे। तभी प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया जाता है। मौके पर सदर एसडीपीओ अरबिद कुमार सिंह, महागामा एसडीपीओ विरेन्द्र कुमार चौधरी, नगर पुलिस निरीक्षक कमलेश्वर पांडेय सहित कई पुलिस पदाधिकारी व बड़ी संख्या में जवान उपस्थित थे।