गोड्डा- पीरपैती रेलमार्ग की स्वीकृति को धरना- प्रदर्शन
गोड्डा- पीरपैती रेलमार्ग की स्वीकृति को लेकर धरना- प्रदर्शन
महागामा : गोड्डा- पीरपैती रेलमार्ग की स्वीकृति को लेकर गुरुवार को जिला परिषद सदस्य सुरेंद्र मोहन केसरी की अगुवाई में सांकेतिक धरना- प्रदर्शन किया गया। धरना-प्रदर्शन के तहत महागामा क्षेत्र के महुआरा गांव से जुलूस निकाला गया जो गंगासागर एरिया ऑफिस होते हुए ईसीएल मेन गेट के पास बैठक में तब्दील हो गई । जिप सदस्य सुरेन्द्र मोहन केशरी ने कहा कि रेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा पीरपैंती गोड्डा देवघर रेल परियोजना स्वीकृत हुई थी और वर्ष 2014 में इसका विधिवत शिलान्यास किया गया था। इस रेल लाइन की घोषणा मात्र से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई थी। आमजनों को लगा कि हमारे क्षेत्र में रेल की सीटी बजेगी और वर्षों का सपना साकार होगा लेकिन कोयला मंत्रालय की आपत्ति के कारण पीरपैंती -गोड्डा -देवघर रेल लाइन निर्माण कार्य को रद्द किया गया है । यह निर्णय इस क्षेत्र के खिलाफ है ।यह भी कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं की गई तो एक नवंबर से मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करेंगे जिसकी सारी जवाबदेही भारत सरकार एवं झारखंड सरकार की होगी। कहा कि सिर्फ कोयला ले जाने के लिए रेल चलेगा और हमारे क्षेत्र की जनता को रेल में आने जाने का सुख प्राप्त नहीं होगा ।उन्होंने कहा कि राजमहल परियोजना कोयला खदान है जो हमारे क्षेत्र में लाखों टन कोयला उत्पादन एवं डिस्पैच करती है। करोड़ों रुपये रॉयल्टी देती है। भारत सरकार एवं झारखंड सरकार को अरबों का मुनाफा कमाती है। हमारा कोयला खदान और हमें रेल की सुविधा से वंचित किया जा रहा है जोकि कदापि बर्दाश्त नहीं होगा । वही इस जनहित में कई मांगों को भी रखा जिसमें कि कहा गया प्रस्तावित प्रति गोड्डा देवघर रेल लाइन निर्माण कार्य को अतिशीघ्र प्रारंभ किया जाए एवं रेल का परिचालन सुनिश्चित किया जाए ।अगर हमारी मांगों को गंभीरता पूर्वक नही लिया गया ।आज तो ये सांकेतिक धरना प्रदर्शन आगे उग्र रूप धारण करेगी। मौके पर महागामा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार चौधरी, ललमटिया थाना प्रभारी जावेद, महागामा वीडियो धीरज प्रकाश के साथ वार्ता हुई। इसमें कहा गया कि उनकी मांगों को उच्च अधिकारी के पास भेजा जाएगा ।