रेल परियोजना को लेकर आमरण अनशन आज से
जिला परिषद सदस्य सुरेन्द्र मोहन केशरी ने कहा कि कोयला मंत्रालय द्वारा गोड्डा- पीरपैती रेल निर्माण कार्य रद्?द करने के विरोध में एक नवंबर से राजमहल परियोजना ललमटिया के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू करेंगे।
संस, गोड्डा : गोड्डा-पीरपैंती रेल परियोजना को रद करने के विरोध में एक नवंबर से राजमहल परियोजना ललमटिया के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रस्तावित अनिश्चितकालीन आमरण अनशन नियत समय में शुरू कर दिया जाएगा। इसको लेकर कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी को ज्ञापन भी भेजा गया है। इसकी प्रतिलिपि केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष, गोड्डा एवं राजमहल के सांसद, जिप अध्यक्ष, उपायुक्त, एसपी सहित विभिन्न पदाधिकारियों को दी गई है। जिप सदस्य सुरेन्द्र मोहन केशरी ने गुरुवार को जिला मुख्यालय में बताया कि गोड्डा-पीरपैंती और गोड्डा- देवघर रेल परियोजना की स्वीकृति होने के बाद 2014 में विधिवत शिलान्यास हुआ था। बावजूद कोयला मंत्रालय की आपत्ति के कारण इस रेल लाइन का निर्माण कार्य बंद कर दिया गया। इस निर्णय के खिलाफ जनता में काफी आक्रोश है। भारत सरकार एवं झारखंड सरकार को अरबों का मुनाफा देने वाली कोयला खदान ही हमें रेल सुविधा से वंचित कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसको लेकर जनहित जोरदार आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। इनकी मांगों में प्रस्तावित पीरपैती- गोड्डा -देवघर रेल लाइन निर्माण कार्य को अतिशीघ्र शुरू करने व रेल परिचालन सुनिश्चित कराना है। मांगों को लेकर एक नवंबर से अनिश्चित कालीन आमरण अनशन किया जायेगा। इसकी सारी जिम्मेवारी भारत सरकार एवं झारखंड सरकार की होगी।