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क्षेत्र को ¨जदा रखने की है लड़ाई: विधायक

पोड़ैयाहाट: चीर नदी से बालू की बंदोबस्ती रद करने की मांग को लेकर चीर नदी बचाओ किसान स

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 07:30 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 07:30 PM (IST)
क्षेत्र को ¨जदा रखने की है लड़ाई: विधायक
क्षेत्र को ¨जदा रखने की है लड़ाई: विधायक

पोड़ैयाहाट: चीर नदी से बालू की बंदोबस्ती रद करने की मांग को लेकर चीर नदी बचाओ किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आंदोलनकारियों का आमरण अनशन रविवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। रविवार को संघर्ष मोर्चा के आमरण अनशन स्थल पर स्थानीय विधायक व झाविमो के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव भी पहुंचे और उनके समर्थन में दिनभर अनशन पर बैठे रहे। उन्होंने अनशनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के लोगों ने जागरूक होकर इस क्षेत्र को बचाने के लिए जो मुहिम शुरू की है उसके प्रति वह आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड विकास मोर्चा इस आंदोलन का समर्थन करती है। यह कोई राजनीतिक पार्टी की लड़ाई नहीं है। यह क्षेत्र को ¨जदा रखने की लड़ाई है। सभी राजनीतिक पार्टी अपने आपसी मतभेदों को भुलाकर तमाम लोगों से संपर्क कर इस आंदोलन को एक नई दिशा देने की जरूरत है। सभी की भागीदारी होनी चाहिए। क्षेत्र जिन्दा रहेगा तो सभी ¨जदा रहेंगे। आंदोलनकारियों को आश्वस्त किया कि वे लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर झारखंड विधानसभा में सोमवार को इस लड़ाई को विधानसभा में पहुंचाएंगे। यहां की आवाज को बहरी सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगे ताकि सरकार कोई निर्णय ले सके। इस निर्णय से वर्तमान तो जाएगा ही आने वाली पीढ़ी भी पानी के बिना तरसेगा। कुछ लोग कहते हैं पंचायत में पैसा आएगा। ऐसे पैसे का क्या करना जिससे खेतों में ना पानी जा सकता है और ना अन्न ही उपजाया जा सकता है। सरकार कहती है कि बालू नहीं होगा तो विकास कैसे होगा उन्होंने कहा कि वे विकास के विरोधी नहीं है। लेकिन पंचायत का उपयोग के लिए बालू उठे तो कोई बात नहीं है। विकास के चश्मे से बालू को लूटने की कोशिश की जा रही है उन्हें समझाना होगा कि हीरा महंगा तो होता है लेकिन उसको खाकर कोई जीवित नहीं रह सकता है। जीने के लिए खीरा ही खाना होगा। घर में अन्न नहीं होगा तो हम विकास का क्या करेंगे। एक और सरकार कहती है कि किसान की आय दोगुनी किया जाएगा। वहीं दूसरी और नदियों का अस्तित्व मिटाने पर तुली हुई है। कहा कि जब चीर नदी ही नहीं बचेगा तो इस नदी से निकलने वाले शेर और डांड़ एवं त्रिवेणी बियर जैसे करोड़ों लागत से बन रही योजनाओं का हश्र क्या होगा। कई पेयजल आपूर्ति योजना करोड़ों की लागत से जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया है इसी पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा ताकि इस आंदोलन को मुकाम मिले। अनशनकारियों को विधायक प्रतिनिधि अजय शर्मा, सीताराम राय, मिथिलेश यादव आदि ने संबोधित किया। मौके पर विकास यादव, राघवेंद्र ¨सह,धनंजय यादव,उपेंद्र यादव,श्रीमंत यादव, मिथिलेश यादव,कलाधर राय, विष्णु महामरीक, बेबी देवी, गीता देवी ,मंगरी देवी, जितनी देवी, सुषमा देवी, विद्या देवी आदि उपस्थित थे।

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दो की तबीयत बिगड़ी : अनशन कारियों में दो की तबीयत रविवार को बिगड़ गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार ने सभी के जांच की जांच के बाद सुषमा देवी को सलाइन चढ़ाया गया। वहीं हेमकांत मांझी को भी दवाई खाने का सलाह दी गई। लेकिन दवाई खाने से इंकार कर दिया।


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