उत्पादन लक्ष्य के करीब पहुंची राजमहल परियोजना
ललमटिया पेज की संभावित लीड फोटो - 26 27 संवाद सूत्र ललमटिया राजमहल परियोजना ने मिशन 17 मिलियन टन पर कार्य करते हुए माह फरवरी के अंत तक 15 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने में सफलता प्राप्त कर ली है। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी परियोजना टीमवर्क के साथ रोजाना 75000 टन कोयले का उत्पादन कर रही है जबकि 17 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिदिन का आस्किग रेट 6
संवाद सूत्र, ललमटिया : राजमहल परियोजना ने मिशन 17 मिलियन टन पर कार्य करते हुए माह फरवरी के अंत तक 15 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने में सफलता प्राप्त कर ली है। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी परियोजना टीमवर्क के साथ रोजाना 75000 टन कोयले का उत्पादन कर रही है जबकि 17 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिदिन का आस्किग रेट 68000 टन ही है। उत्पादन के दौरान किसी प्रकार की बाधा न आए इसके लिए महाप्रबंधक प्रभारी द्वारा मॉनीटरिग टीम का गठन किया गया है जो प्रति घंटे मशीनों की स्थिति एवं सुरक्षा पर निगरानी रख रही है। उत्पादन के दौरान मशीनों में कोई खराबी ना आए इसके लिए परियोजना का मेन वर्कशॉप रात दिन कार्यरत है। मेन वर्क शॉप के एजेंट गोविद कुमार ने बताया कि वर्कशॉप में मौजूद तमाम मशीनें डंपर, डोजर, ग्रेडर सहित सभी मशीनों को दुरुस्त रखा जा रहा है। प्रतिदिन 25 डंपर कार्यरत है जबकि पांच डंपर को अतिरिक्त रूप से तैयार रखा गया है। कहा कि महाप्रबंधक प्रभारी के नेतृत्व में तमाम कामगार एवं अधिकारी मिशन 17 मिलियन टन के लिए काम कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि राजमहल परियोजना को 18.2 मिलियन टन कोयले का उत्पादन करना था परंतु एनवायरमेंट क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण 17 मिलियन का ही उत्पादन किया जाना संभव है। ज्यादा उत्पादन करने पर राज्य सरकार परियोजना प्रबंधन पर दंड भी लगा सकती है। गौरतलब है कि 4 महीने बुरी तरह उत्पादन प्रभावित होने के बाद भी परियोजना द्वारा 17 मिलियन टन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त करने की पूरी उम्मीद है।