जासं, गोड्डा। महागामा थाना क्षेत्र की सिनपुर पंचायत के नवटोलिया गांव में रविवार की शाम जुगाड़ गाड़ी की चपेट में आकर 58 साल की महिला और सात साल की बच्ची फरीदा खातून की मौत हो गई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गांव की सड़क से जुगाड़ गाड़ी तेज रफ्तार से जा रही थी। इसी बीच मो. सुलतान के घर से निकलकर उसकी पोती जुगाड़ गाड़ी की ओर दौड़ने लगी। उसे देख सुलतान की पत्नी भी उसे बचाने दौड़ पड़ी। उनको आते देख जुगाड़ गाड़ी का चालक वाहन पर से संतुलन खो बैठा। वह गाड़ी को रोक नहीं सका और दोनों उसकी चपेट में आ गईं। हादसे के बाद चालक गाड़ी छोड़कर भाग निकला।

गाड़ी ने गाय और बकरी को भी टक्‍कर मारी

इस दौरान गाड़ी ने वहां विचरण कर रही एक बकरी व गाय को भी टक्कर मारी। इससे बकरी की भी मौत हो गई, जबकि गाय जख्मी हो गई है। घटना की सूचना मिलते ही महागामा थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और पोस्टमार्टम के लिए शवों को सदर अस्पताल गोड्डा भेजा।

बाइक दुर्घटना में एक की मौत

इसी तरह से पथरगामा प्रखंड के केरवार मोड़ स्थित बगीचा के समीप शनिवार की देर शाम सड़क दुर्घटना की एक और घटना में दो बाइक की टक्कर में एक बाइक के चालक उमाकांत महतो की मौत हो गई, जबकि दूसरे बाइक का चालक जन्मेजय महतो गंभीर रूप से जख्मी हो गया है। उसका उपचार सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है। उमाकांत महतो बेंगलुरु जाने के लिए शनिवार की शाम गोड्डा रेलवे स्टेशन से टिकट लेकर बाइक से वापस केरवार गांव आ रहा था। परसपानी की ओर से तीव्र गति से आ रही बाइक से उसकी टक्कर हो गई।

हादसे के वक्‍त नशे में था बाइक चालक

स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क हादसे के दौरान बाइक चालक जन्मेजय महतो नशे में था। वह तेज गति से बाइक चला रहा था। वह पिपरा हाट से बाइक लेकर आ रहा था। दोनों बाइक में जोरदार टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण व उमाकांत के स्वजन वहां पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि किसी ने हेलमेट नहीं पहन रखा था। इसकी वजह से दोनों बाइक के चालकों को सिर में गंभीर चोट लगी। सोनाराम महतो ने 108 नंबर डायल कर एंबुलेंस बुलाया। पथरगामा पुलिस को भी हादसे की जानकारी भी दी गई। स्वजनों व ग्रामीणों के सहयोग से दोनों घायलों को सदर अस्पताल गोड्डा पहुंचाया गया।

चालक की मौत से गांव में छाया मातम 

मालूम हो कि केरवार ग्राम निवासी सोनाराम महतो ने बताया कि उमाकांत महतो बेंगलुरु में काम करता था। वह कुछ दिन पहले ही अपने गांव केरवार आया था। उमाकांत की मौत की खबर से केरवार ग्राम में मातम छाया हुआ है। देर शाम उमाकांत के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों को सौंप दिया गया। सोनाराम महतो ने बताया कि प्रखंड और जिला प्रशासन से भी केरवार मोड़ से लेकर परसपानी मेडिकल कालेज मोड़ तक चार जगह स्पीड ब्रेकर बनवाने की मांग की गई है। लोग नशे में धुत होकर तीव्र गति से वाहन चलाते हैं। सड़क पर मोड़ के पास हादसे की संभावना बनी रहती है।

ये भी पढ़ें- Jamshedpur: पहली पत्नी के रहते की दूसरी शादी, गर्भवती हुई तो कराया गर्भपात, अब पत्नी मानने से कर रहा इंकार

Edited By: Arijita Sen