ठंढ में भी नहीं हुई अलाव की व्यवस्था
संवाद सहयोगी ललमटिया ललमटिया के आसपास के क्षेत्र में भीषण शीतलहर का प्रकोप है। ऐसे म
संवाद सहयोगी, ललमटिया : ललमटिया के आसपास के क्षेत्र में भीषण शीतलहर का प्रकोप है। ऐसे में लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। कुहासे के कारण देर तक सूर्य नहीं दिखा। सड़कों पर वाहनों को बत्ती जला कर चलते हुए देखा गया। पिछले दो-तीन दिनों से ललमटिया के आसपास में भीषण शीतलहरी शुरू हो गई है। इस भीषण शीतलहरी ने लोगों को घर के अंदर ही समेट कर रखने को मजबूर कर दिया है। हालांकि जरूरी काम पड़ने पर लोग मजबूर होकर शीतलहरी में ठिठुरते हुए घर से बाहर निकल रहे हैं। बाकी समय में लोग अपने घर के अंदर दुबके रहते हैं, तो कहीं लोग ठंड से बचने के लिए अपने व्यवस्था से अलाव जलाकर आग तापते नजर आए । आसपास के प्रबुद्ध जनों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि हाड़ कपा देने वाली इस भीषण शीतलहर में भी प्रखंड प्रशासन की ओर से और ना ही राजमहल परियोजना की ओर से अलाव की व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है, जबकि इस तरह की भीषण शीतलहर में प्रत्येक वर्ष प्रखंड प्रशासन एवं ईसीएल प्रबंधन की ओर से अलाव की व्यवस्था की जाती थी। मजबूरी में लोग स्वयं अपनी व्यवस्था से अलाव जलाकर ठंढ से अपने आप को बचा रहे हैं। ग्रामीणों ने चिता जताते हुए कहा कि ललमटिया में सटे राजमहल परियोजना से कई गांव प्रभावित हैं लेकिन इस भीषण शीतलहरी में भी अलाव जलाने के लिए चौक चौराहों पर भी कोयले की व्यवस्था नहीं की गई है। यहां के प्रबुद्ध जनों एवं ग्रामीणों ने ललमटिया आसपास के विभिन्न गांव के चौक चौराहों पर अलाव जलाने के लिए कोयला की व्यवस्था कराने की मांग की है।