नशा कारोबार पर छापा, कार व देसी कट्टा बरामद
कीमत एक सौ रूपया के करीब है सूत्र की मानें तो इसे दो सौ से ढाई सौ रूपया में बेचा जाता है। अवैध कारोबार से जुड़े संदिग्ध को चिन्हित किया जा रहा है जहां कई सुराग पुलिस को मिले है। निरीक्षक रामाकांत तिवारी ने बताया कि पुलिस इसकी गहरायी से जांच कर रही है। इसका बड़ा नेटवर्क है। जिसकी गहरायी से जांच की जा रही है।
गोड्डा : शहर में नशे के अवैध कारोबार पर बुधवार को नगर थाना क्षेत्र में हुई कार्रवाई में बिना नंबर के टाटा टीयागो सादे रंग की कार सहित एक देसी कट्टा, दो जिदा कारतूस, 500 ग्राम गांजा व प्रतिबंधित खांसी की दवा डायलेक्स-डीसी की सात बोतलें बरामद की गई। पुलिस कार्रवाई के दौरान कार के मालिक अपने सहयोगी के साथ मौके से फरार हो गये जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। मामले को लेकर नगर थाना में वाहन मालिक सहित अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि शहर में अवैध रूप से नशे का कारोबार चल रहा है। जिसमें प्रतिबंधित खांसी का दवा सहित गांजा व अन्य नशीला पदार्थ की तस्करी होती है। सूचना पर पुलिस टीम ने नगर निरीक्षक रमाकांत तिवारी के नेतृत्व में छापेमारी की। नगर परिषद कार्यालय के पीछे सरकारी बस स्टैंड के समीप पुलिस टीम जैसी ही पहुंची, बिना नंबर की एक सादा टियागो गाड़ी को छोड़कर चार-पांच अपराध कर्मी व वाहन मालिक फरार हो गये। जांच करने पर खांसी की प्रतिबंधित दवा की सात बोतल सिरप, के अलावा देसी कट्टा, गांजा व अन्य मादक पदार्थ बरामद किया गया।
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आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी पुलिस तत्काल वाहन को जब्त कर ली है। वाहन मालिक व अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। इस बाबत थाना प्रभारी रमाकांत तिवारी ने बताया कि एसपी के निर्देश पर पुलिस टीम ने छापेमारी की। कहा कि यह नशा कारोबार से जुड़ा गिरोह है। शहर में नशे का कारोबार चला रहा था। वाहन मालिक व अन्य आरोपितों की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
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शहर में तीन वर्षो से प्रतिबंधित नशीले दवाओं का चल रहा कारोबार
गोड्डा : शहर में पिछले तीन-चार वर्षों से प्रतिबंधित खांसी की दवा व इससे जुड़े ब्रांड का कारोबार चल रहा है। शहर की युवा पीढ़ी को नशे में धकेला जा रहा है। युवाओं की जिदगी को बर्बाद किया जा रहा है। पुलिस सूत्र की मानें तो इस तरह के चार पांच बड़े गिरोह है जो ऐसी दवा की आपूर्ति कर तस्करी कर रहा है जिससे कारोबार मे जुड़े लोगों की मोटी कमाई हो रही है। ताजा कार्रवाई नशीली दवा की खपा शहर में खपाई जा रही थी। सूत्र की मानें तो इस कारोबार में लाखों की कमाई होती है। जब्त कार से मिले कागजात के अनुसार वाहन मालिक राजहंस कुमार उर्फ बाबुल सिंह शांति नगर गंगटा का रहने वाला है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। वहीं फरार अन्य चार-पांच लोग भी गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं जो पूर्व से ही पुलिस के रेडार पर हैं। बताया जाता है कि प्रतिबंधित नशीली दवा को कई किराना दुकानों सहित मेडिकल दुकान में खपाने की योजना थी। डायलेक्स डीसी की बरामद बोतल में कंपोजिशन मे कोडिन व अन्य दवा मिली हुई है जो नशा की दवा बताई जाती है। इस तरह की दवा शहर की दवा दुकान में नहीं मिलती है। इसकी कीमत प्रति बोतल 100 रुपये से अधिक होती है। इसे 200 से 250 रूपये में बेचा जाता है। पुलिस इसकी गहराई से जांच कर रही है। इसका बड़ा नेटवर्क जिले में फैला हुआ है।