गम में बदली सोहराय की खुशी
पोड़ैयाहाट : अमवार मांझी टोला में शनिवार दो सगी बहनों की गड्ढे में डूबने से हुई मौत से सोहराय का खुशी
पोड़ैयाहाट : अमवार मांझी टोला में शनिवार दो सगी बहनों की गड्ढे में डूबने से हुई मौत से सोहराय का खुशी मातम में बदल गई। सोहराय तीन दिन बाद है लेकिन विगत कई दिनों से गांव में उत्साह का माहौल है। इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मां एवं परिजन दहाड़ मारकर रो रहे थे। पूरा वातावरण करुण क्रंदन एवं चीत्कार से गमगीन था। सभी की आंखों में आंसू थे। पूरा गांव सूनसान पड़ा हुआ था। बुद्धू मुर्मू के घर पर सांत्वना देने वालों की भीड़ लगी हुई थी लेकिन पिता बुद्धू मुर्मू, मां शुकरमुनी हेम्ब्रम आदि को संभालना मुश्किल हो रहा था। स्कूल खुला होता तो नहीं जाती जान : शनिवार को स्कूल में सोहराय की छुट्टी थी। इस कारण दोनों बच्ची स्कूल नहीं गई। घर के लिए लकड़ी चुनने निकल पड़ी। उसी दौरान पानी लेने के क्रम में गड्ढे में उतरी और डूबने से मौत हो गई। अगर आज स्कूल खुला रहता तो दोनों ही स्कूल गई रहती और ऐसी हृदय विदारक घटना नहीं घटती। सावित्री मुर्मू मध्य विद्यालय बालक में छठी जबकि बसंती मुर्मू प्राथमिक विद्यालय अमवार में चौथी कक्षा की छात्रा थी। ठेकेदार ने खोदा था गड्ढा : हंसडीहा-गोड्डा रेललाइन पर मिट्टी रखने के लिए बगल से ही मिट्टी काटी गई है। इससे वहां तालाबनुमा गड्ढा हो गया है। गड्ढा भी सीधा है जिसमें बारिश का पानी भरा हुआ है। अगर गड्ढा ढालुआ होता तो ऐसी दुखद घटना नहीं घटती। जेसीबी से खोदा गया गड्ढा बिल्कुल कुआं की तरह है। ग्रामीणों की मानें तो वह काफी गहरा है। बड़े-बड़े लोग भी गड्ढे में उतरने से कतराते हैं। आने वाले समय में ऐसी कई घटनाएं और हो सकती हैं क्योंकि रेलवे ट्रैक के अगल-बगल ऐसे दर्जनों गड्ढा किए गए हैं और पानी पड़ते ही इन गड्ढों में भर जाएगा। ऐसे समय में बच्चों का और मवेशियों के लिए खतरनाक व जानलेवा माना जा रहा है। ग्रामीणों में रेलवे ठेकेदार के प्रति आक्रोश भी है।