18 से जिले में मॉनसून का प्रवेश, चार मिमी वर्षा
संवाद सहयोगी गोड्डा जिला में यास के प्रभाव से इस बार मई माह में रिकार्ड वर्षा हुई। म
संवाद सहयोगी, गोड्डा:
जिला में यास के प्रभाव से इस बार मई माह में रिकार्ड वर्षा हुई। मई माह से खरीफ की खेती की तैयारी रोहिणी नक्षत्र से शुरू हो जाती है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मई माह की सामान्य वर्षापात 64.8 मिमी है लेकिन यास चक्रवात के प्रभाव से 171.6 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि बीते वर्ष-2020 में 119 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई थी। वहीं दूसरी ओर जून की शुरुआत भी वर्षा से ही हुई है। विभाग के अनुसार जून माह के पहले दिन ही 4.4 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। जून माह का सामान्य वर्षापात 186.9 मिमी है। इधर किसान अब खरीफ की खेती की तैयारी में जुट चुके हैं।
खरीफ मौसम में जून के बाद जुलाई व अगस्त माह के पहले पखवारे तक की वर्षा काफी अहम है। इस दौरान अच्छी वर्षा हुई तो फसल की बुआई भी बेहतर होगी अगर यहां पर वर्षा नहीं हुई तो समस्या गंभीर हो सकती है। केवीके मौसम वैज्ञानिक रजनीश प्रसाद ने बताया कि 18 जून या इसके पहले मानसून के प्रवेश की संभावना है। इस वर्ष मानसून के अबतक सामान्य रहने की ही उम्मीद जताई गई है। जून माह मे सामान्य वर्षा होने का अनुमान है जबकि जुलाई व अगस्त का पूर्वानुमान नहीं आया है। धान की बुआई के लिए जुलाई व अगस्त के पहले पखवारे की वर्षा फसल आच्छादान के लिहाज से अहम है। जिला में अगले पांच दिन बूंदा-बांदी के साथ ही हल्की वर्षा की संभावना है। उसम व गर्मी रहेगी जबकि अधिकतम तापमान लगभग 38 डिग्री के आसपास जा सकता है।