मतदान के लिए अभिभावकों को करें प्रेरित
बाल दिवस के अवसर पर उत्क्रमित बुनियादी उच्च विद्यालय सुंदरमोड़ ने स्वीप कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम के तहत छात्र छात्राओं ने 20 दिसंबर को बूथ चलें मतदान करें आदि स्लोगन का जैकेट पहनकर बैनर के साथ रैली निकाली।
पोडै़याहाट : बाल दिवस के अवसर पर उत्क्रमित बुनियादी उच्च विद्यालय सुंदरमोड़ ने स्वीप कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम के तहत छात्र छात्राओं ने 20 दिसंबर को बूथ चलें, मतदान करें आदि स्लोगन का जैकेट पहनकर बैनर के साथ रैली निकाली गई। गांव के चौक एवं आसपास में भ्रमण करते हुए वापस विद्यालय प्रांगण पहुंची। जहां पर बच्चों को मतदाता जागरूकता के संबंध में विस्तार से बताया गया । स्वीप कार्यक्रम की यूथ आइकॉन मोनालिसा ने बच्चों के बीच इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चे अपने माता-पिता अभिभावक को मतदान के लिए प्रेरित करें। बच्चे देश का भविष्य होता है और माता-पिता का दुलारा होता है और वह आग्रह पूर्वक अगर माता-पिता एवं पड़ोसियों को मतदान के लिए कहेंगे तो निसंदेह सभी लोग बूथ पर जाकर उस दिन मतदान करेंगे उन्होंने कहा कि आए दिन देखने में आता है कि मतदान का प्रतिशत कम हो रहा है ऐसे में बहुत जरूरी है कि हम मतदाताओं को जागरूक करें यह सबकी जवाबदेही है इसके साथ ही साथ किसी प्रकार का प्रलोभन या विश्वत मतदान के लिए नॉर्मल की ईमानदारी पूर्वक बिना भाई का बिना लोग का मतदान करें ताकि अच्छे जनप्रतिनिधि का चयन हो सके। वहीं प्रधानाध्यापक सावन कुमार ने तमाम अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज का कार्यक्रम बाल दिवस पर पंडित नेहरू को याद करते हुए हमें यह याद रखना चाहिए कि मतदान हमारा अधिकार है, और इसका प्रयोग हम अवश्य करें क्योंकि यही स्वस्थ लोकतंत्र की परंपरा है बच्चों के बीच इस कार्यक्रम का मतलब है कि वह जिस प्रकार अन्य चीजों के लिए अपने माता-पिता से आग्रह करता है उसी प्रकार मतदान के लिए भी आग्रह करें। पहले मतदान फिर जलपान यह स्लोगन याद रखना चाहिए और इसके लिए हमेशा अपने घर एवं आस पड़ोस में 20 तारीख को मतदान के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर तकरीबन 100 बच्चों के बीच पारितोषिक एवं टॉफी का वितरण किया गया। बच्चों एवं अभिभावकों ने शपथ लेकर मतदान जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाने का संकल्प लिया। शिक्षक राजेश कुमार चांदनी सभा का संचालन किया जबकि इस अवसर पर शिक्षा के सरवन कुमार, मिथिलेश कुमार, सुशील कुमार दास, मो. मुशर्रफ, कैलाश बिहारी, अभिभावक घनश्याम ठाकुर सहित काफी संख्या में उपस्थित थे।