पथरगामा में 38 प्रवासी मजदूरों को किया क्वारंटाइन
संवाद सहयोगी पथरगामा 3
पथरगामा : 38 प्रवासी मजदूरों जो महाराष्ट्र से दो बस से यहां लाए गए हैं, उन्हें बस ड्राइवरों के साथ क्वारंटाइन सेंटर (मध्य विद्यालय खरिहानी, बोहा) में स्क्रीनिग जांच के बाद क्वारंटाइन कर दिया गया है। मालूम हो कि लॉकडाउन में फंसे प्रखंड के हुपनाटोला, पीपरा, सुंदर मोर, बरमसिया, डहरलंगी, जमुआ और गौछान आदि गांव के 38 मजदूर महाराष्ट्र में फंसे हुए थे। इन सभी गांवों के फंसे मजदूरों को राधिका देवी-प्रेम लाल महतो जन कल्याण संस्था, मुंबई (महाराष्ट्र) के द्वारा दो बसों में कुल 38 मजदूरों को भेजा गया है। बस में उन्हें रास्ते का खाना नाश्ता आदि की सारी व्यवस्था की गई थी। सभी को घर भेजने की व्यवस्था संस्था के द्वारा की गई। सभी मजदूरों को वहां से भेजने के पहले महाराष्ट्र के अस्पताल में जांच कर घर के लिए भेजा गया।
जैसे ही प्रवासी मजदूर संस्था की बस से पथरगामा पहुंचे, सभी प्रवासी मजदूरों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में लाकर बैठाया गया। चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर आरके पासवान ने मेडिकल टीम के साथ वहां पहुंचकर सारे मजदूरों की स्वास्थ्य जांच कराई। मजदूरों ने चिकित्सा प्रभारी से कहा कि हम सभी मजदूरों की स्वास्थ्य की जांच महाराष्ट्र के अस्पताल में भी की गई है। चिकित्सा प्रभारी ने सभी मजदूरों को बताया कि उसके बावजूद भी सभी मजदूरों को स्वास्थ्य जांच के बाद सरकारी क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। मुम्बई अभी रेड जोन हैं, वहां से आने वाले सभी मजदूरों को सरकारी क्वारंटाइन में 14 दिनों तक रखना है।