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कस्तूरबा के अंशकालिक शिक्षकों को पांच माह से मानदेय नहीं

गोड्डा जिले में संचालित सभी कस्तूरबा विद्यालय के अंशकालिक शिक्षक एवं शिक्षिकाएं विगत पांच म

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 06:54 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 06:54 PM (IST)
कस्तूरबा के अंशकालिक शिक्षकों को पांच माह से मानदेय नहीं
कस्तूरबा के अंशकालिक शिक्षकों को पांच माह से मानदेय नहीं

गोड्डा : जिले में संचालित सभी कस्तूरबा विद्यालय के अंशकालिक शिक्षक एवं शिक्षिकाएं विगत पांच माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कार्यरत अंशकालिक शिक्षक - शिक्षिकाओं ने बताया कि प्रति कार्य दिवस के रुप में कक्षा छह से आठ के शिक्षकों को 200 रुपये एवं एवं कक्षा 9 से 12 के शिक्षकों को 3 घंटी (150 रुपये प्रति घंटी) प्रति दिन के हिसाब से 450 रुपये प्रति दिवस दिया जाता रहा है। जबकि कक्षा 9 से 12 के शिक्षकों को 4 घंटी प्रति कार्य दिवस देने का प्रावधान है।

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लॉकडाउन घोषित होने के कारण सभी विद्यालयों में शिक्षण कार्य बंद कर दिया गया। छात्र -छात्राओं के पठन-पाठन कार्य को जारी रखने के लिये झारखंड शिक्षा परियोजना के द्वारा डीजी-साथ कार्यक्रम चलाया गया। सभी अंशकालिक शिक्षक - शिक्षिकाओं को कार्यक्रम से जोड़कर पठन-पाठन कार्य करवाया गया। जिसका निर्वहन अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा पूरी लगन और निष्ठा से किया गया। ताकि छात्राओं का पाठ्यक्रम ससमय पूर्ण किया जा सके। लॉकडाउन की अवधि में सभी अंशकालिक शिक्षक एवं शिक्षिका ऑनलाइन शिक्षण कार्य मे सक्रिय रहे। प्रतिदिन पुष्टिकरण फॉर्म एवं फीडबैक फॉर्म भर कर अपनी उपस्थिति दर्ज करते रहे। इसके बावजूद अंशकालिक शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को मानदेय नही दिया गया है। अंशकालिक शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने अपने संघ के माध्यम से संघर्ष किया एवं झारखंड शिक्षा परियोजना से मानदेय भुगतान करने के लिये निर्देश पत्र भी निर्गत करवाया।

वहीं शिक्षकगण पारिश्रमिक भुगतान में कटौती का आरोप लगा रहे हैं। शिक्षकों ने बताया कि अंशकालिक शिक्षकों के मानदेय भुगतान के लिये झारखंड शिक्षा परियोजना के द्वारा राज्य के सभी कस्तूरबा विद्यालयों के खाते मे दिनांक 25 मई को पांच लाख रुपये, 13 जुलाई को पंद्रह लाख रुपये उपलब्ध कराया गया। ताकि इस लॉकडाउन में किसी भी कर्मी को आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े।


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