सुरक्षा मानकों का ख्याल रखकर कोयला उत्पादन और प्रेषण बढ़ाएं : डीटी
जमीन की कमी से जूझ रही राजमहल परियोजना के खनन क्षेत्र का निरीक्षण कोल इंडिया के तकनीकी निदेशक (डीटी) बी वीरा रेड्डी ने किया। निरीक्षण के दौरान डीटी ने राजमहल परियोजना के आरसीएमएल खनन क्षेत्र एवं डीप माइनिग एरिया की पड़ताल की। निरीक्षण के दौरान राजमहल
संवाद सहयोगी, ललमटिया :- जमीन की कमी से जूझ रही राजमहल परियोजना के खनन क्षेत्र का निरीक्षण कोल इंडिया के तकनीकी निदेशक (डीटी) बी वीरा रेड्डी ने किया। निरीक्षण के दौरान डीटी ने राजमहल परियोजना के आरसीएमएल खनन क्षेत्र एवं डीप माइनिग एरिया की पड़ताल की। निरीक्षण के दौरान राजमहल परियोजना के प्रभारी महाप्रबंधक डीके नायक, महाप्रबंधक परिचालन ब्रजभूषण प्रसाद सिंह एवं मैनेजर सतीश मुरारी ने विभिन्न खनन क्षेत्रों का अवलोकन मानचित्र दिखाते हुए कराया।
खनन क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद निदेशक ने राजमहल परियोजना के आला अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय कार्यालय में बैठक कर कई दिशा निर्देश दिया। कहा सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए उत्पादन एवं प्रेषण को बढ़ाने की जरूरत है। वित्तीय वर्ष के लक्ष्य 23.8 मिलियन टन है, इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए शेष बचे समय में सभी अधिकारियों सहित सभी कर्मियों को तन मन से कार्य करना पड़ेगा। उन्होंने बसडीहा के रैयतों को सारी मूलभूत सुविधा प्रदान करते हुए जल्द से जल्द गांव को विस्थापित करने का निर्देश दिये। तालझारी मौजा के जिन रैयतों का वंशावली नहीं बना है, वंशावली बनाते हुए तालझारी मौजा में जल्द से जल्द खनन कार्य चालू करने का निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र के भू दाताओं से मधुर संबंध बनाते हुए खनन कार्य को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया।
मौके पर प्रभारी महाप्रबंधक डीके नायक, महाप्रबंधक परिचालन किशोर कुमार, ओसीपी मैनेजर सतीश मुरारी, वरीय सर्वेक्षक माइनिग नंदन कुमार क्षेत्रीय प्रबंधक अनुपम दत्ता, एस के जैसवाल, ओपी चौधरी आदि उपस्थित थे।