गोचर जमीन पर बालू माफिया की नजर
पथरगामा प्रखंड के सांसद आदर्श ग्राम बोहा अंतर्गत सापीन नदी के तट पर अवस्थित खरिहानी भलसुधिय
पथरगामा : प्रखंड के सांसद आदर्श ग्राम बोहा अंतर्गत सापीन नदी के तट पर अवस्थित खरिहानी, भलसुधिया, चिलकारा, हरलाटोला, सिमरिया आदि गांव अवस्थित है। सापीन नदी के मध्य स्थित मैदान जहां किसानों की ओर से कुर्थी, धान और गेहूं की खेती की जाती थी, किसानों की खेती योग्य भूमि के कुछ ही दूरी पर गोचर जमीन है। उसे बालू माफिया की ओर से जेसीबी मशीन लाकर पूरी गोचर जमीन की मिट्टी हटाकर बालू उठाने का काम किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि बालू माफिया द्वारा किए गए कामों की सारी जानकारी चिलकारा ग्राम प्रधान को रहने के बावजूद भी इस दिशा में पहल नहीं की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बालू उठाव के कार्य में ग्राम प्रधान के छोटे भाई भी शामिल हैं। ग्रामीण पतित पावन ठाकुर, तारिणी देवी, कपूरचंद, पिन्टू यादव आदि ने बताया कि बालू के महत्व से संबंधित बातों को सोच कर ही ग्रामीण बालू उठाव रोकने का प्रयास किया। लेकिन बालू माफिया की ओर से ग्रामीणों के बात नहीं सुनी गई। ग्रामीणों ने बताया कि यहां बालू माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर बालू की तस्करी की जा रही है। प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टर बालू उठाव किया जा रहा है। ग्रामीणों ने प्रखंड सहित जिले के पदाधिकारियों से मांग की है कि अगर इन स्थानों से बालू का उठाव को नहीं रोका गया तो इन क्षेत्र के पशु पक्षी को भी इस तपन में पानी का बूंद भी नसीब नहीं होगा। पूर्व में नदी से ही सुबह महिलाएं जाकर पीने का पानी लाती थीं। नदी में बालू को हटने से उसका अस्तित्व ही समाप्त होने के कगार पर है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस दिशा में पहल करने की मांग की है ताकि इस क्षेत्र के लोगों और मवेशियों को पानी की समस्या से निजात मिल सके।