ज्ञानसेतु कार्यक्रम में बच्चों को दें स्तरीय शिक्षा
समग्र शिक्षा अभियान पर जिला मुख्यालय में कार्यशाला - 1600 शिक्षक-शिक्षिका सहित संकुल एवं प्रखंड संसाधन सेवियों ने लिया भाग जासं गोड्डा शहर के नहर चौक स्थित मीरा टॉकिज में समग्र शिक्षा अभियान के तत्वावधान में ज्ञानसेतु सहित अन्य विषय को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सभी प्रखंड के विद्यालयों के बीआरपी-सीआरपी प्रधान शिक्षक/ शिक्षिका व नोडल शिक्षक(ज्ञानसेतु) ने शिरकत की। मौके पर मुख्य वक्ता डीडीसी सुनील कुमार ने ने कहा कि ज्ञानसेतु कार्यक्रम का लक्ष्य 2020
- शिक्षा अभियान पर जिला मुख्यालय में कार्यशाला
- 1600 शिक्षक-शिक्षिका सहित संकुल एवं प्रखंड संसाधन सेवियों ने लिया भाग
जासं, गोड्डा : शहर के नहर चौक स्थित मीरा टॉकिज में समग्र शिक्षा अभियान के तत्वावधान में ज्ञानसेतु सहित अन्य विषय को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सभी प्रखंड के विद्यालयों के बीआरपी-सीआरपी, प्रधान शिक्षक/ शिक्षिका व नोडल शिक्षक(ज्ञानसेतु) ने शिरकत की। मौके पर मुख्य वक्ता डीडीसी सुनील कुमार ने ने कहा कि ज्ञानसेतु कार्यक्रम का लक्ष्य 2020 तक 75 फीसद बच्चों को उनके कक्षा स्तर तक बौद्धिक रूप से सक्षम बनाना है । छात्रों को कक्षा के अनुसार दक्षता हासिल करने के लिए कई कार्ययोजना पर काम चल रहा है। ज्ञानसेतु पाठ्यक्रम महत्वकांक्षी योजना है। ऐसे मामले में लापरवाही व खानापूर्ति से काम चलने वाला नहीं है। यद्यपि इसमें जिले का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप रहा है।
अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक फुलमणी खालको ने शिक्षकों व साधनसेवियों से कहा कि राज्य से जो भी निर्देश मिलता है उसे पूरी तरह से समय पर अनुपालन करें। इसके डेटा अब ऑनलाइन हो रहे है। इसकी मॉनिटरिग राज्य स्तर से हो रही है। लिहाजा इसे पूरी जिम्मेवारी से करें। आनेवाले समय में विद्यालयों को प्रमाणिकीकरण का कार्य तेजी से करना है। इसके साथ ई विद्यावाहिनी व ज्ञानसेतु पाठयक्रम को बेहतर ढंग से संचालित करने पर बल दिया गया। साथ ही विद्यालयों में संचालित अन्य गतिविधियों पर भी चर्चा की गई।
समग्र शिक्षा अभियान के राज्य प्रतिनिधि रवि प्रकाश गुप्ता एवं अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शंभुदत्त मिश्रा ने अहम बिदुओं पर चर्चा की। इसमें स्कूलों को समय पर कार्य करने, वर्कबुक को समय पर पहुंचाने, स्कूलों में ज्ञानसेतु का सफल संचालन करने, समय समय पर आधारभूत मूल्यांकन करने, बच्चों के लर्निंग लेवल के अनुरूप तैयार करने, तदनुसार पाठ योजना बनाने और उसे लागू करने पर बल दिया गया। अधिकारियों ने बीआरपी / सीआरपी की ओर से उचित निगरानी और सलाह देने पर भी बल दिया। शिक्षकों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। स्कूल कार्यक्रम में समुदाय के सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित करने और उनकी प्रक्रियाओं के बारे में बेहतर समझ विकसित करने पर बल दिया गया। कार्यशाला को डिस्टिक फेलो चन्दन सहित विभिन्न प्रखंड के शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी सहित प्रखंड के शिक्षक व नोडल शिक्षकों ने भी संबोधित किया।