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फोरलेन होगा हंसडीहा-गोड्डा एनएच 133

फोटो - 15 - राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने प्रस्ताव को दी हरी झंडी - गोड्डा शहर के लिए बायपास का भी किया जा रहा प्रावधान जागरण संवाददाता गोड्डा एनएच 133 में हंसडीहा से गोड्डा तक 2

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 07:03 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 06:22 AM (IST)
फोरलेन होगा हंसडीहा-गोड्डा एनएच 133
फोरलेन होगा हंसडीहा-गोड्डा एनएच 133

गोड्डा : एनएच 133 में हंसडीहा से गोड्डा तक 28 किमी रोड को फोरलोन का आकार दिया जाएगा। इसके लिए एनएचएआइ की ओर से प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से एनएच पथ को एनएचएआइ को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जमीन अधिग्रहण सहित परियोजना की डीपीआर को लेकर विभागीय स्तर पर बैठकों को दौर जारी है। गोड्डा जिला मुख्यालय से 5 किमी पहले एनएच 133 से एक बायपास का प्रावधान इसमें किया गया है जो सीधे गोड्डा शहर के आगे पथरगामा रोड में दोमुंही के बाद निकलेगा, इससे शहर में वाहनों के जाम की समस्या से भी निजात मिल पाएगी। दो चरण में फोरलेन होगा हंसडीहा से मेहरमा पथ

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राष्ट्रीय उच्च पथ-133 के तहत जिले में पड़ने वाली करीब 70 किसी सड़क आनेवाले समय में फोरलेन बनेगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें गोड्डा शहर से 5 किमी पहले से यह बाइपास का प्रावधान किया गया है। सांसद निशिकांत दुबे की माने तो पहले चरण में हंसडीहा-गांधीग्राम तक फोरलेन होगा जिसमें गोड्डा बाइपास भी शामिल है। वहीं दूसरे चरण में गांधीग्राम से दिग्धी होकर महागामा एकचारी पथ तक तथा ललमटिया बोआरीजोर से मेहरमा तक एनएच 133 को फोरलेन का आकार दिया जाएगा। कहा कि फोरलेन सड़क व बाइपास बनने से जिले की बड़ी आबादी को यातायात सुविधा बेहतर मिलेगी। सड़क चौड़ीकरण से आवाजाही बेहतर होगी।

बता दें कि गोड्डा जिला मुख्यालय से होते हुए एनएच- 133 सड़क पीरपैंती तक जाती है। एनएच-133 के इस हिस्सा में जर्जर सड़क के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती है। छोटी बड़ी गाड़ियां सहित दो पहिया और छोटे वाहनों को आवागमन में यहां काफी दिक्कत होती है। इसे जिले का दुर्भाग्य है कि यहां एनएच या एनएचएआइ का कोई कार्यालय नहीं है। यहां देवघर डिवीजन के अधीन है। इस कारण यहां जर्जर एनएच को देखने वाला कोई नहीं होता है। छह वर्ष पूर्व यह सड़क स्टेट हाईवे 16 हुआ करता था। बाद में इसे राष्ट्रीय उच्च पथ का दर्जा मिला। बता दें कि देवघर के चौपामोड़ से पीरपैंती तक के स्टेट हाइवे -16 को छह वर्ष पूर्व एनएच-133 का दर्जा दिया गया था। पीरपैंती में यह सड़क एनएच-80 से जाकर मिल गयी है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से चौपामोड़ से पीरपैंती तक सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा मिलने की बात कही गई थी। लेकिन यह हंसडीहा तक ही सिमट कर हर गई। अब नए सिरे से इसका विस्तार किया जा रहा है।

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एनएच 133 में हंसडीहा से गोड्डा तक फोरलेन की स्वीकृति मंत्रालय स्तर से मिल गई है। इसमें एनएचएआइ और मंत्रालय के बीच अंतिम करार के बाद जमीन अधिग्रहण और फॉरेस्ट क्लियरेंस की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए सांसद डॉ निशिकांत दुबे की ओर से बेहतर पहल की जा रही है। आने वाले दिनों में इसका लाभ गोड्डा को मिलेगा। अभी तत्काल गोड्डा से ललमटिया तक करीब 37 किसी सड़क की मरम्मत के लिए टेंडर फाइनल किया गया है। अगले माह से इसपर कार्य शुरू किया जाएगा। -रवींद्र सिंह, कार्यपालक अभियंता, एनएच डिवीजन, देवघर।


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